Earthquake in Mizoram : मिजोरम में भूकंप के तेज झटके, रिक्टर पैमाने पर 4.4 मापी गई तीव्रता
मिजोरम में सोमवार रात को 918 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। मिजोरम के थेनजोल में आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.4 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआइ ने यह जानकारी दी है।
नई दिल्ली, एजेंसियां। मिजोरम में सोमवार रात को 9:18 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। मिजोरम के थेनजोल में आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.4 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआइ ने कहा है कि अब तक जान-माल के किसी प्रकार का नुकसान होने की कोई जानकारी नहीं मिली है।
Magnitude 4.4 earthquake Thenzawl, Mizoram at 9:18 pm: National Center for Seismology
— ANI (@ANI) August 9, 2021
अभी बीते शुक्रवार को केंद्र शासित प्रदेश अंडमान निकोबार द्वीप समूह में 4.6 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप के ये झटके दोपहर एक बजकर 49 मिनट पर आए थे। इस भूकंप का केंद्र निकोबार आइलैंड था। इससे पहले असम के मोरिगांव में भी 3.2 की तीव्रता के झटके महसूस किए गए थे।
हाल ही में वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान के विज्ञानिकों ने अनुमान लगाया था कि भूगर्भ में निरंतर ऊर्जा संचित हो रही है। इसको देखते हुए वाडिया संस्थान ने वर्ष 1968 से वर्ष 2018 तक आए भूकंपों के साथ भूगर्भ में इंडियन प्लेट के 14 मिलीमीटर प्रतिवर्ष की रफ्तार से मूवमेंट करने से जमा हो रही ऊर्जा (भूकंपीय ऊर्जा) का अध्ययन किया था।
पता चला है कि भूकंपों के रूप में इंडियन प्लेट के मूवमेंट करने से जमा हो रही तीन से पांच फीसद ऊर्जा ही बाहर निकली है। 95 फीसद तक ऊर्जा का बाहर नहीं निकलना बताता है कि बड़े भूकंप की आशंका बन रही है। हालांकि बड़ा भूकंप हिमालय में कहां और कब आएगा। उसकी तीव्रता कितनी होगी, इस पर स्पष्ट कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।
हाल ही में उत्तराखंड सरकार ने भूकंप की पूर्व चेतावनी देने वाले एक मोबाइल एप की शुरुआत की है। ऐसा करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया है। उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा प्रायोजित उत्तराखंड भूकंप अलर्ट एप को रुड़की के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान ने विकसित किया है। इस एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड भी किया जा सकता है।