प्रकृति ने खूब डराया
एक बार फिर प्रकृति की ताकत ने इंसानों को खूब डराया। बुधवार को दोपहर बाद एक के बाद एक 8.5 और 8.2 तीव्रता के जबरदस्त भूकंप और उसके बाद जारी सुनामी की चेतावनी के कारण इंडोनेशिया से लेकर भारत तक दो दर्जन से ज्यादा देशों में लोग दहशत में रहे। घरों और दफ्तर से भागकर सड़क पर पहुंच गए।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। एक बार फिर प्रकृति की ताकत ने इंसानों को खूब डराया। बुधवार को दोपहर बाद एक के बाद एक 8.5 और 8.2 तीव्रता के जबरदस्त भूकंप और उसके बाद जारी सुनामी की चेतावनी के कारण इंडोनेशिया से लेकर भारत तक दो दर्जन से ज्यादा देशों में लोग दहशत में रहे। घरों और दफ्तर से भागकर सड़क पर पहुंच गए।
उनकी आंखों में 2004 में आई उस सुनामी की विनाशलीला के भयावह दृश्य नाचने लगे, जिसमें 14 देशों के दो लाख से ज्यादा लोग मारे गए थे। शाम होते-होते लोगों ने राहत की सांस ली। घरों और भवनों में दरारें तो आईं लेकिन जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ। कैबिनेट सचिव अजीत सेठ और गृह सचिव आरके सिंह ने साफ कर दिया कि भारत पर सुनामी का कोई खतरा नहीं है। इसके बाद सुनामी की चेतावनी वापस ले ले गई।
जोर का झटका
इंडोनेशिया के सुमात्रा प्रांत के तटीय इलाके बांदा असेह में आए इस भूकंप का केंद्र 33 किलोमीटर नीचे स्थित था। इसके प्रभाव से दस मीटर ऊंची लहरें उठती देखी गई।
केंद्र का हाई अलर्ट
-सुनामी की चेतावनी जारी होते ही केंद्र सरकार तत्काल हरकत में आ गई।
-आपात स्थिति से निपटने के लिए चेन्नई में राष्ट्रीय आपदा राहत बल [एनडीआरएफ] की छह टीमें तैनात कर दी गई।
-एनडीआरएफ की छह टीमों को गाजियाबाद के हिंडन स्थित एयरफोर्स के बेस पर भेज दिया गया। वहां वायु सेना के दो विमानों को दवाओं व अन्य सहायता सामग्री के साथ तैयार रखा गया।
-चंडीगढ़ में एक और दक्षिण भारत के एयरबेस में दो विमानों को भी तैयार रहने को कहा गया।
-नौसेना भी सुनामी से निपटने की तैयारी में जुट गई। पोर्ट ब्लेयर से जंगी जहाजों को सुरक्षित स्थानों की ओर रवाना करने के साथ-साथ नौसेना ने सुनामी की स्थिति में काम करने वाली नौकाओं को तैयार करना शुरू कर दिया, ताकि राहत और बचाव काम में मदद की जा सके।
दूर तक असर
-देश के पूर्वी और दक्षिणी राज्यों में देखा गया असर। अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के लिए सुनामी अलर्ट जारी
-कोलकाता में लेकटाउन, साल्ट लेक और पार्क स्ट्रीट इलाके में झटके महसूस किए गए। एहतियात के तौर पर मेट्रो की सेवा रोक दी गई।
-भुवनेश्वर और गुवाहाटी में भी भूकंप के कारण भय का माहौल रहा
-तमिलनाडु में चेन्नई, कोयंबटूर और नागपट्टनम एवं दूसरे तटीय इलाकों इस प्राकृतिक आपदा ने अफरातफरी पैदा की।
-चेन्नई बंदरगाह में थोड़े समय के लिए कामकाज रोक दिया गया। कालपक्कम का मद्रास परमाणु बिजली संयंत्र पूर्ववत काम करता रहा।
-आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों विशाखापत्तानम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम, कर्नाटक के बेंगलूर और केरल के कोच्चि एवं तिरुअनंतपुरम में भी दहशत का आलम रहा।
-गोवा में पर्यटकों को तटों से दूर रहने की चेतावनी जारी की गई।
सभी को किया सतर्क
भारत के अलावा 27 देशों को सुनामी की चेतावनी जारी की गई। उनमें शामिल हैं- ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, श्रीलंका, म्यांमार, थाइलैंड, मालदीव, मलेशिया, मॉरीशस, सेशल्स, सोमालिया, यमन, ओमान, मेडागास्कर, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, बांग्लादेश, तंजानिया, मोजांबिक, केन्या, दक्षिण अफ्रीका, सिंगापुर।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर