Earthquake In Arunachal Pradesh: अरुणाचल प्रदेश के अंजॉ जिले में भूकंप, 3.7 रही तीव्रता
अरुणाचल प्रदेश के अंजॉ जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर पैमाने में 3.7 इस भूकंप की तीव्रता रही।
ईटानगर, एएनआइ। अरुणाचल प्रदेश के अंजॉ जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर पैमाने में 3.7 इस भूकंप की तीव्रता रही। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने इसकी जानकारी दी। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) ने सोमवार को बताया कि सोमवार तड़के अरुणाचल प्रदेश के अंजाव जिले में रिक्टर पैमाने पर 3.7 तीव्रता का भूकंप आया। फिलहाल इस भूकंप के झटकों में किसी भी प्रकार के नुकसान की कोई भी खबर नहीं आई है।
सुबह 3.36 बजे महसूस किए गए झटके
एनसीएस ने कहा, "रिक्टर स्केल पर 3.7 की तीव्रता वाला भूकंप अरुणाचल प्रदेश के अंजॉ में आज तड़के 3:36 बजे आया।"
इससे पहले तवांग में आया था भूकंप
इससे पहले 6 अगस्त को राज्य के तवांग से 42 किलोमीटर की दूरी पर रिक्टर पैमाने पर 3.0 की तीव्रता वाला भूकंप आया था। बता दें को कोरोना काल में देश-विदेश से लगातार भूकंप की खबरें आ रही है। राहत ही बात यह है कि अभी तक इस प्रकार के भूकंप के झटकों से किसी भी प्रकार ने नुकसान की कोई खबर नहीं आई है।
क्यों आता है भूकंप?
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है, इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल को लिथोस्फेयर कहते हैं। ये 50 किलोमीटर की मोटी परत, वर्गों में बंटी हुई है, जिन्हें टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है। ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह से हिलती रहती हैं लेकिन जब ये बहुत ज्यादा हिल जाती हैं, तो भूकंप आ जाता है। ये प्लेट्स क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर, दोनों ही तरह से अपनी जगह से हिल सकती हैं। इसके बाद वे अपनी जगह तलाशती हैं और ऐसे में एक प्लेट दूसरी के नीचे आ जाती है।
क्यों टकराती हैं प्लेटें?
दरअसल, ये प्लेंटे बेहद धीरे-धीरे घूमती रहती हैं। इस प्रकार ये हर साल 4-5 मिमी अपने स्थान से खिसक जाती हैं। कोई प्लेट दूसरी प्लेट के निकट जाती है तो कोई दूर हो जाती है। ऐसे में कभी-कभी ये टकरा भी जाती हैं।