सोलह वर्षों के बाद भी अर्थ आवर महत्वपूर्ण क्यों है?
अर्थ आवर जब पूरे विश्व में बत्तियां धीरे-धीरे बुझ जाती हैं। 26 मार्च की शाम को हम फिर अर्थ आवर मनाने जा रहे हैं। ये इस मुहिम का 16वां वर्ष है। सवाल ये उठता है कि इतने साल बाद भी आवर महत्वपूर्ण क्यों है?
नई दिल्ली, जागरण टीम। यदि आप सोचते हों कि एक घंटे तक बत्तियां बंद करने से जलवायु परिवर्तन में वास्तव में कोई फर्क नहीं पड़ने वाला, तो फिर आज सोलह वर्षों के बाद भी विश्व ऐसा क्यों कर रहा है? अर्थ आवर आज सोलह वर्षों का हो चला है। 26 मार्च को अर्थ आवर 2022 का उत्सव शाम 8 बज कर 30 मिनट से 9 बज कर 30 मिनट तक मनाया जाएगा। सन् 2007 में पहले अर्थ आवर ने एक शहर की सारी बत्तियां बंद देखीं । अगले वर्ष 35 देश इसमें शामिल हुए। तब से इस अभियान ने बढ़ कर एक मुहिम का रूप ले लिया है, वर्ष 2021 में 192 देश इसमें शामिल हो चुके थे। किंतु इस वर्ष इस कार्य में शामिल होने का फैसला करने से पहले, वे पांच बड़े कारण जान लें कि अर्थ आवर क्यों लगातार मजबूत हो रहा है।
1. अर्थ आवर बन चुकी है एक मुहिम
विश्व में पृथ्वी एक ही है! और जब अर्थ आवर आता है, जब पूरे विश्व में बत्तियां धीरे-धीरे बुझ जाती हैं, तब यह पर्यावरण पर एक चर्चा को जन्म देता है, जिसमें भाषा की कोई बाधा नहीं रह जाती।
2. परिवर्तन को बल देना
रूस में समुद्रों और वनों के संरक्षण के लिए नए कानून, कजाखस्तान में 17 मिलियन पेड़ों का रोपण, भारत और फिलीपींस में सौर ऊर्जा से घरों को प्रकाश पहुंचाना, अर्जेंटीना में 3.4 मिलियन हेक्टेयर समुद्र- संरक्षित क्षेत्र का निर्माण, युगांडा में 2,700 हेक्टेयर का एक अर्थ आवर वन आदि जैसे कदम उठाने के लिए सरकारों और कानून निर्माताओं पर जोर डालते हुए अर्थ आवर ने पर्यावरण में सुधार लाने में प्रत्यक्ष रूप से मार्गदर्शन किया है।
3. साधारण जन को असाधारण कार्य करने की प्रेरणा देना
अर्थ आवर ने नायकों को जन्म दिया है। वे साधारण लोग थे जिन्हें विश्व में बदलाव की प्रेरणा दी गई - जलवायु परिवर्तन में परिवर्तन लाने के लिए तैयार अभियान से। वे बत्ती बंद करने तक सीमित नहीं रहे बल्कि पृथ्वी के लिए और बहुत कुछ करने का उन्होंने संकल्प लिया। अर्थ आवर फिलीपींस के एक राष्ट्रीय उद्यान में फिर से पौधे और वन लगाने, नीदरलैंड्स में घर से बाहर चिंतन, और भारत में संरक्षण के नायकों को मान्यता दिलाने पर विचार करेगा। भारत शांतनु मोइत्रा और मोहित चौहान द्वारा रचित अर्थ आवर एंथम को प्रकाशित करने के साथ-साथ और भी बहुत कुछ करने पर विचार करेगा।
4. नीतियां बनाने में सहयोग देना
इस वर्ष के अंत में, विश्व के नेतागण यूएन सीबीडी कॉन्फेरेंस ऑफ पार्टीज (सीओपी) 15 के दूसरे सत्र में एकत्र होंगे, और मुख्य राजनीतिक निर्णयों के प्रति संकल्प लेंगे। अर्थ आवर ने हमेशा विश्व को जागरुक, सचेत और नया मार्ग दिखाया है।
5. लोगों को पृथ्वी से जोड़ना
अर्थ आवर दुनिया भर के लाखों लोगों को, उनकी भाषाओं, धर्म, संस्कृति और रंग में अंतर को नजरअंदाज करते हुए एक दूसरे से जोड़ता है। बत्ती बंद करना इतना आसान है कि कोई भी इस मुहिम में भाग ले सकता है। और जिस प्रकार अर्थ आवर हमें याद दिलाता है कि मानव जाति में हम एक दूसरे से जुड़े हैं, उसी प्रकार यह याद भी दिलाता है कि हम सब पृथ्वी से जुड़े हैं। हमारा स्वास्थ्य इस पृथ्वी के स्वास्थ्य से जुड़ा है, जैसा कि हमने कोविड 19 महामारी में देखा है। और इसीलिए, अर्थ आवर इस पर चिंतन करने का एक अवसर है कि हमारे कार्यकलाप एक दूसरे के साथ-साथ पृथ्वी पर किस प्रकार प्रभाव डालते हैं। और फिर, यह साबित करने के लिए कदम उठाने का एक अवसर भी कि हमें चिंता है। भारत में, अर्थ आवर का उत्सव देश के कोने-कोने में मनाया जाता रहा है - सुदूर गांवों से बॉलीवुड तक।
तो, आइए, अर्थ आवर 2022 में शामिल हों और इस मुहिम का एक हिस्सा बनें, सोलहवां वर्ष पूरा होने को है - 26 मार्च को शाम 8 बज कर 30 मिनट से 9 बज कर 30 मिनट तक अपनी अनावश्यक बत्तियों को बंद रखें।