अमेरिका-रूस के विदेश मंत्रियों से जयशंकर ने की अलग-अलग बात
भारतीय विदेश मंत्री ने ब्लिंकन के साथ बातचीत पर ट्वीट किया कि कल रात ब्लिंकन के साथ व्यापक बातचीत। वर्तमान द्विपक्षीय मुद्दों इंडो-पैसिफिक और दबाव वाले वैश्विक मामलों पर चर्चा के साथ नए साल की बधाई दी। समझा जाता है कि बातचीत में अफगानिस्तान के हालात पर भी चर्चा हुई।
नई दिल्ली, प्रेट्र। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार रात अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से बात की और हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति सहित कई द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर बात की। वहीं मंगलवार को उन्होंने रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। इस बातचीत में मोदी और पुतिन के बीच हुए वार्षिक शिखर सम्मेलन के बाद के घटनाक्रम का जायजा लिया गया।
Glad to exchange New Year greetings with Russian FM Sergey Lavrov this evening.
Discussed the follow up of the Annual Summit and 2+2 Meeting. Agreed to remain in regular touch.— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) January 4, 2022
भारतीय विदेश मंत्री ने ब्लिंकन के साथ अपनी बातचीत पर ट्वीट किया कि कल रात ब्लिंकन के साथ व्यापक बातचीत। वर्तमान द्विपक्षीय मुद्दों, इंडो-पैसिफिक और दबाव वाले वैश्विक मामलों पर चर्चा के साथ नए साल की बधाई दी। समझा जाता है कि बातचीत में अफगानिस्तान के हालात पर भी चर्चा हुई।
A broad ranging conversation yesterday night with @SecBlinken .
Covered current bilateral issues, Indo-Pacific and pressing global matters. Also exchanged New Year greetings.— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) January 4, 2022
भारत-प्रशांत की स्थिति और कोरोना महामारी से निपटने सहित कई मुद्दों पर पिछले कुछ महीनों में अमेरिका के साथ भारत के संबंधों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। बातचीत तब हुई जब दोनों पक्ष टू-प्लस-टू विदेश और रक्षा मंत्री स्तरीय वार्ता के अगले संस्करण की तैयारी कर रहे हैं। टू-प्लस-टू संवाद इस महीने के अंत में या फरवरी में वाशिंगटन में होने की संभावना है।
जयशंकर ने एक अन्य ट्वीट में कहा, मंगलवार शाम रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ नए साल की बधाई का आदान-प्रदान करने में खुशी हुई। वार्षिक शिखर सम्मेलन और टू प्लस टू बैठक के बारे में चर्चा की। नियमित संपर्क में रहने पर सहमति व्यक्त की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग, उर्वरकों की आपूर्ति और रूसी सुदूर पूर्वी क्षेत्र के साथ भारत के जुड़ाव को बढ़ाने के तरीकों पर फोन पर बातचीत के दो सप्ताह बाद यह बातचीत हुई। पुतिन ने छह दिसंबर को दिल्ली (भारत) का दौरा किया और 21वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लिया था जिसमें दोनों पक्षों के बीच अपने द्विपक्षीय संबंधों को और व्यापक बनाने के लिए 28 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए थे।