E-commerce सेक्टर में नौकरियों का बिग बाजार, आने वाले वर्षों में और आएगी तेजी
E-commerce Careers and Jobs in India गोल्डमैन की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार भारत का ई-कॉमर्स कारोबार साल 2024 तक करीब 99 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। E-commerce Careers and Jobs in India कोरोना काल में घर से बाहर निकलना कम होने से ऑनलाइन शॉपिंग में काफी तेजी आई है। इसके अलावा, हाल में रिटेल सेक्टर की लोकप्रिय कंपनी फ्यूचर ग्रुप को रिलायंस द्वारा खरीद लिया गया। माना जा रहा है कि इन सबसे आने वाले दिनों में रिटेल सेक्टर में अधिक नौकरियां सामने आएंगी, जिसका फायदा युवाओं को मिल सकता है...
गोल्डमैन की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, भारत का ई-कॉमर्स कारोबार साल 2024 तक करीब 99 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा। अगले चार साल में इसकी वृद्धि भी 27 फीसद तक रहने की उम्मीद है। वैसे, ई-कॉमर्स कंपनियों की बढ़ती उपयोगिता का उदाहरण हमारे सामने है। कोरोना काल में किस तरह से ये कंपनियां लोगों के लिए एक बड़ी राहत बनकर उभरी हैं। एक कॉल पर हमारे घर तक ग्रॉसरी से लेकर फल, सब्जियां, कपड़े, दवाइयां, खाना सबकुछ पहुंच रहा है। कोरोना के संक्रमण और शारीरिक दूरी के नियम को देखते हुए माना जा रहा है कि यह शॉपिंग ट्रेंड आने वाले समय में भी जारी रहेगा और लोग अपनी जरूरत की चीजें ऑनलाइन ही मंगाने को ज्यादा तरजीह देंगे।
यह बढ़ती डिमांड का ही तकाजा है कि आज अमेजन, फ्लिपकार्ट, जोमैटो, जियोमार्ट जैसी बड़ी-बड़ी कंपनियां लग्जरी ब्रांड के अलावा ऑनलाइन ग्रॉसरी के फील्ड में भी तेजी से आगे आ रही हैं। वहीं, दूसरी ओर देश में नेट यूजर्स का बेस भी लगातार बढ़ता जा रहा है। तभी तो आज इंटरनेट के जरिए शॉपिंग के मामले में यहां के लोगों ने चीन, ब्राजील, इंडोनेशिया, थाईलैंड और फिलीपींस जैसे देशों को भी पीछे छोड़ दिया है। ई-कॉमर्स में आए बूम के कारण आने वाले दिनों में डिलीवरी ब्वॉय से लेकर सप्लाई चेन मैनेजमेंट, कंटेंट डेवलपमेंट, रिटेल मैनेजमेंट, मार्केटिंग तथा फाइनेंस में प्रशिक्षित लोगों के लिए कहीं ज्यादा मौके होंगे।
लॉजिस्टिक्स, सेल्स, कंटेंट में अवसर: कोरोना के कारण एक ओर जहां तमाम सेक्टर्स में हजारों-लाखों लोगों को अपनी नौकरियां गंवानी पड़ी हैं या नौकरी जाने का डर सता रहा है, वहीं इसके उलट ई-कॉमर्स की डिमांड में काफी तेजी आई है। खासतौर से पिछले छह महीने से डिलीवरी ब्वॉय की जबरदस्त डिमांड है। स्टाफिंग फर्म टीम लीज तथा मैनपावर की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना काल में ई-कॉमर्स सेक्टर में आई तेजी के बाद इन दिनों सेल्स, लॉजिस्टिक्स तथा कंटेंट डेवलपमेंट स्किल वाले लोगों की बड़े पैमाने पर हायरिंग की जा रही है। यह हायरिंग अमेजन, फ्लिपकार्ट, स्वीगी, बिग बॉस्केट तथा पेटीएम जैसी सभी ऑनलाइन कंपनियों में देखी जा रही है।
इन क्षेत्रों में भी बढ़ रहीं संभावनाएं: आज के समय में ई-कॉमर्स के अलावा कमोबेश हर छोटी-बड़ी कंपनियों में मार्केटिंग, टेक्नोलॉजी, सपोर्ट, ऑपरेशंस, लॉजिस्टिक्स, मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों से जुड़ा कोर्स करने वाले युवाओं के लिए जॉब्स के मौके हैं। खासतौर से मैन्युफैक्चरिंग, ऑटोमोबाइल, कूरियर, पैकर्स ऐंड मूवर्स तथा सप्लाई चेन से संबंधित कंपनियों में हर समय ऐसे प्रोफेशनल्स की मांग रहती है। इसके अलावा, लगातार ऑनलाइन हो रही दूसरी बिजनेस कंपनियों में भी जॉब्स के विकल्प सामने आ रहे हैं। आज की तारीख में इन सभी कंपनियों के डिलीवरी सेक्शन में बड़ी संख्या में ऐसे स्किल्ड और नॉन-स्किल्ड युवा अपनी सेवाएं दे भी रहे हैं।
कोर्स एवं योग्यताएं: लॉजिस्टिक्स या सप्लाई चेन के फील्ड में आने के लिए इन दिनों देश के कई संस्थानों में डिप्लोमा तथा पीजी डिप्लोमा से लेकर ग्रेजुएशन तक के विभिन्न कोर्स कराए जा रहे हैं। आमतौर पर इन पाठ्यक्रमों के अंतर्गत युवाओं को मार्केटिंग स्ट्रेटेजी, फाइनेंस मैनेजमेंट, कस्टमर रिलेशंस तथा सप्लाई चेन मैनेजमेट जैसे विभिन्न विषयों के बारे में जानकारी दी जाती है। किसी भी संकाय के स्टूडेंट ये कोर्स कर सकते हैं।
सैलरी पैकेज: ई-कॉमर्स में एंट्री लेवल पर किसी भी सेक्शन में 20 से 25 हजार रुपये तक सैलरी आसानी से मिल जाती है।
प्रमुख संस्थान
इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली www.ignou.ac.in
गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, दिल्ली www.ipu.ac.in
एमिटी बिजनेस स्कूल, नोएडा www.amity.edu
अन्ना यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, तमिलनाडु www.annauniv.edu
डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर मराठवाड़ा यूनि., महाराष्ट्र www.bamu.ac.in
आने वाले वर्षों में और आएगी तेजी : जेम पंडित के फाउंडर एवं सीईओ नितिन यादव ने बताया कि आम लोगों तक तेजी से पहुंचते इंटरनेट की वजह से ई-कॉमर्स का चलन तेजी से बढ़ता दिख रहा है। इसके अलावा, कोरोना काल में घरों में रहने की मजबूरी के चलते पहली बार बहुत से लोग ई-कॉमर्स के ग्राहक बने हैं।
दूसरी बात यह कि आज की पीढ़ी के लिए मोबाइल उनकी छठी इंद्रिय है। स्कूलों में पढ़ रहे ये बच्चे आगे चलकर जब कार्यबल का हिस्सा बनेंगे और इनके पास पैसा आएगा, तो जाहिर तौर पर इनकी पहली पसंद ई-कॉमर्स होगी। इससे आने वाले 5-10 साल में ई-कॉमर्स में जबरदस्त तेजी आएगी। इसलिए मैं हमेशा लोगों को उभरते क्षेत्र में करियर बनाने की सलाह देता हूं, जिसमें अगले 30-40 साल या उससे अधिक समय तक अच्छा करियर रहे। ई-कॉमर्स ऐसा ही फील्ड है, जहां इस समय जॉब में सबसे अधिक उछाल देखी जा रही है।