दुबई की फ्लाइट में नहीं मिलेगा 'हिंदू मील', जानिए क्या है वजह
एयरलाइंस कंपनी एमिरेट्स के विमानों के इकोनॉमी क्लास से 'हिंदू मील' को हटाने का फैसला किया है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दुबई की बड़ी एयरलाइंस कंपनी एमिरेट्स ने अपने विमानों के इकोनॉमी क्लास से 'हिंदू मील' को हटाने का फैसला किया है। एयरलाइन ने बयान जारी कर कहा है कि यात्रियों से लगातार मिल रहे सुझावों के बाद 'हिंदू मील' के विकल्प को बंद करने का फैसला किया गया है। हालांकि फर्स्ट क्लास और बिजनेस क्लास के यात्रियों के लिए यह सुविधा उपलब्ध रहेगी।
बता दें कि कुछ अंतररष्ट्रीय विमानों में यात्रियों द्वारा अपनी धार्मिक आस्था के अनुरूप खाना बुक कराने की सुविधा दी जाती है। यात्री हवाई टिकट बुक करने से पहले अपनी पसंद का खाना बुक कर सकते हैं।
एयरलाइंस ने अपनी वेबसाइट पर जानकारी देते हुए लिखा, 'एमिरेट्स इकोनॉमी क्लास में हिंदू मील के विकल्प को खत्म कर रहा है। हम लगातार विमान में लोगों को दी जाने वाली सुविधाओं को लेकर सुझाव और फीडबैक लेते रहते हैं। इन्हीं के आधार पर फैसला लिया गया है। हालांकि फर्स्ट क्लास और बिजनेस क्लास के यात्रियों के लिए यह सुविधा उपलब्ध रहेगी।'
एयरलाइन अमीरात ने अपने बयान में कहा है कि इकोनॉमी क्लास के हिंदू यात्री एडवांस में तमाम क्षेत्रीय शाकाहारी आउटलेट्स से अपना खाना बुक कर सकते हैं। ये आउटलेट्स विमान के अंदर भी खाने की सुविधा मुहैया करवाते हैं। इसमें कई विकल्प हैं, जैसे हिंदू मील, जैन मील, भारतीय शाकाहारी खाना, कोशर मील, बगैर बीफ वाला मांसाहारी खाना।
क्या होता है हिंदू मील
एयरलाइंस हिंदू यात्रियों के लिए दो तरह के खाने का विकल्प देते हैं। पहला एशियन वेज मील, जो कि पूरी तरह से शाकाहारी होता है और दूसरा हिंदू मील। हिंदू मील में मुख्यत: हिंदू समुदाय के यात्रियों के लिए होता है जो शाकाहारी नहीं होते और मीट, मछली, अंडा और डेरी प्रॉडक्ट्स खाते हैं। हालांकि, इस खाने में बीफ नहीं होता है।
बता दें कि अधिकांश बड़ी एयरलाइंस अपने विमानों में शाकाहारी और मांसाहारी खाने का विकल्प देती हैं। एयर इंडिया और सिंगापुर एयरलाइंस में भी धार्मिक भोजन का विकल्प होता है।