महिला बेचने वाले को गिरफ्तार करने गई थीं डीएसपी, ADG ने कर दिया निलंबित;जानिए पूरा मामला
विदिशा के लटेरी में दो महीने पहले बेची गई थी महिला, एक आरोपित को पहले गिरफ्तार किया गया था और दूसरे की गिरफ्तारी पीथमपुर से हुई
भोपाल (रवीन्द्र कैलासिया/नईदुनिया)। एक पुलिस अधिकारी को महज इसलिए निलंबित कर दिया गया, क्योंकि उसने बिना अनुमति मुख्यालय छोड़ दिया था। वह विदिशा जिले में एक महिला को 40 हजार रुपए में बेचे जाने के मामले में आरोपितों की तलाश में गई थीं। जब उक्त पुलिस अधिकारी को निलंबन की जानकारी लगी तो वे पुलिस दल के साथ आरोपित को लेकर सीधे पुलिस मुख्यालय में सफाई देने पहुंच गई।
अब इस गंभीर मामले की विवेचना दूसरे राजपत्रित पुलिस अधिकारी को सौंप दी गई है। ग्वालियर में ब्याही पूजा (काल्पनिक नाम) को सुनील श्रीवास्तव नाम के व्यक्ति ने विदिशा जिले की लटेरी तहसील में करीब दो महीने पहले जगदीश गुर्जर नामक व्यक्ति को बेच दिया था। पूजा का मायका सागर का था और उसका सुनील से पूर्व परिचय था। वह उसे झांसा देकर अपने साथ ले गया। आरोप है कि बाद में डरा-धमकाकर उसने लटेरी के पास रहने वाले जगदीश से पूजा की शादी करा दी। सुनील ने युवती को 40 हजार रुपए में जगदीश को बेचा था।
पीथमपुर पहुंची अजाक की टीम
इस मामले की जांच विदिशा जिले की अनुसूचित जाति कल्याण शाखा की डीएसपी सारिका जैन कर रही थीं और जगदीश की गिरफ्तारी के बाद सुनील को पकड़ने के प्रयास शुरू किए गए। सूत्रों के मुताबिक इस बीच पिछले साल सुनील के धार जिले के पीथमपुर में होने की सूचना पर अजाक की टीम वहां पहुंची, जिसमें डीएसपी सहित एक हवलदार और एक सिपाही भी शामिल थीं। वहां सुनील की गिरफ्तारी हो गई।
एडीजी अजाक थाने पहुंची तो हुआ निलंबन
जानकारी के मुताबिक पीएचक्यू की एडीजी अजाक प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव विदिशा में अजाक थाने का निरीक्षण करने पहुंची थीं। वहां उन्हें डीएसपी सारिका जैन सहित कुछ लोग नहीं मिले। उनके बारे में जिला पुलिस अफसरों को भी जानकारी नहीं थी। इस आधार पर एडीजी अजाक ने डीएसपी को निलंबित कर दिया।
आरोपी को लेकर पीएचक्यू पहुंची
सूत्रों के मुताबिक निलंबन की खबरें सुनकर डीएसपी एक सिपाही और एक हवलदार के साथ आरोपित सुनील श्रीवास्तव को लेकर पीएचक्यू के गेट नंबर दो पर पहुंच गई। पहले वे आरोपित को उसी हालत में लेकर मुख्यालय में अधिकारी के सामने पेश होना चाह रही थीं, लेकिन बाद में उन्होंने अकेले मिलकर अपना पक्ष रखने का फैसला किया। इस बीच आरोपित की हथकड़ी भी खुलवाई और गमछे से हाथ बंधवाकर गाड़ी में बैठा दिया गया।
निलंबन का कारण दूसरा
लटेरी के मामले में आरोपी की गिरफ्तारी हुई है। विवेचना करने वाले डीएसपी का निलंबन कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में हुआ है। - प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव, एडीजी अजाक