रघुराज प्रताप के गार्ड समेत सात और गिरफ्तार
तिहरे हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआइ ने बुधवार को सीओ जियाउल हक की हत्या के आरोप में रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के निजी गार्ड समेत सात ग्रामीणों को गिरफ्तार कर लिया। इनपर सीओ पर लाठी डंडे से हमला करने का आरोप है। हथिगवां थाना क्षेत्र के बलीपुर गांव में दो मार्च को प्रधा
प्रतापगढ़, जागरण संवाददाता। तिहरे हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआइ ने बुधवार को सीओ जियाउल हक की हत्या के आरोप में रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के निजी गार्ड समेत सात ग्रामीणों को गिरफ्तार कर लिया। इनपर सीओ पर लाठी डंडे से हमला करने का आरोप है।
हथिगवां थाना क्षेत्र के बलीपुर गांव में दो मार्च को प्रधान नन्हें यादव की हत्या के बाद पहुंचे सीओ जियाउल हक पर सुरेश यादव की अगुवाई में ग्रामीणों ने हमला बोल दिया था। बचाव के दौरान ट्रिगर दबने से हुए फायर से सुरेश की मौत हो गई थी। इसके बाद प्रधान के परिवारीजन और ग्रामीण सीओ पर लाठी डंडा लेकर टूट पड़े थे। बाद में प्रधान के बेटे बब्लू ने गोली मारकर खून से लथपथ सीओ की हत्याकर दी थी। इस मामले में बवाल तब मच गया था, जब सीओ की पत्नी परवीन आजाद ने रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया और उनके चार करीबियों पर मुकदमा दर्ज करा दिया था।
तिहरे हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआइ टीम ने हफ्ते भर सीओ की हत्या का राजफाश करते हुए प्रधान के बेटे योगेंद्र उर्फ बब्लू, भाई फूलचंद्र व पवन, निजी गार्ड मंजीत को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। इसके बाद कोर्ट से मिली रिमांड के दौरान पांच दिनों तक फूलचंद्र, पवन, मंजीत से पूछताछ में सीबीआइ ने सीओ पर हमला बोलने वालों के बारे में जानकारी हासिल करने के साथ ही सीओ को मारी गई गोली का हेड बरामद कर लिया था।
इस बीच बुधवार को सीबीआइ ने प्रधान के करीबी घनश्याम सरोज, रामलखन गौतम, रामाश्रय उर्फ पांडेय सरोज व शिवराम पासी, प्रधान के पड़ोसी छोटेलाल यादव, मुन्ना पटेल, प्राइवेट गार्ड बुल्ले पाल को कुंडा स्थित कैंप कार्यालय पर पूछताछ के लिए तलब किया और वहीं से उन्हें गिरफ्तार कर लिया। सीबीआइ सूत्रों की माने तो बुल्ले पाल ने खुद को राजा भैया का निजी गार्ड बताया है।
सीबीआइ जांच पूरी होने का है परवीन को इंतजार
सीओ हत्याकांड की सीबीआइ की चल रही जांच पूरी होने का इंतजार परवीन आजाद को है। मीडिया के जरिए सीबीआइ की हर गतिविधि पर नजर रख रही परवीन अबतक की जांच से संतुष्ट दिख रही हैं। परवीन का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद जब सीबीआइ अपनी रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल कर देगी, तब उसका परीक्षण करने के बाद ही कुछ कहेंगी। जियाउल हक की पत्नी परवीन आजाद दो मार्च की काली भयानक रात को नहीं भूल पा रही है। उस दिन लखनऊ में सीओ का इंतजार कर रही परवीन को जिया उल हक के आने के बजाय उनकी हत्या की खबर मिली थी। सीओ समेत तिहरे हत्याकांड की जांच सीबीआइ को सौंप दी गई थी। आठ मार्च से कुंडा में डेरा डाले सीबीआइ टीम प्रधान नन्हें यादव, सुरेश यादव और सीओ जियाउल हक की हत्या का राजफाश कर चुकी है। सीओ की हत्या में प्रधान के बेटे, दो भाइयों के साथ ही सात ग्रामीणों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
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