नेताओं की रावण से तुलना मत कीजिए: अरविंद त्रिवेदी
नई दिल्ली [अभिषेक मेहरोत्रा]। दशहरे के पर्व पर जब आप रावण की बात करते हैं, तो आपको याद आती है रामानंद सागर की रामायण में रावण का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी की। दहशरे के मौके पर 'दैनिक जागरण' से खास बातचीत में अरविंद त्रिवेदी ने कहा कि रावण काफी उसूलों वाला इंसान था, वह घोर तपी और नियमों को मानता
नई दिल्ली [अभिषेक मेहरोत्रा]। दशहरे के पर्व पर जब आप रावण की बात करते हैं, तो आपको याद आती है रामानंद सागर की रामायण में रावण का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी की।
दहशरे के मौके पर 'दैनिक जागरण' से खास बातचीत में अरविंद त्रिवेदी ने कहा कि रावण काफी उसूलों वाला इंसान था, वह घोर तपी और नियमों को मानता था। ऐसे में जब लोग नेताओं की तुलना रावण से करते हैं, तो मुझे बहुत ठेस पहुंचती है। आज भी जब मैं तमाम कार्यक्रमों में जाता हूं, तो पाता हूं कि लोग रावण के चरित्र को कितनी इज्जत देते हैं। इसी से अंदाजा होता है कि समाज रावण को आज भी विद्वान मानता है। नेताओं से रावण की तुलना पर अरविंद थोड़ा गुस्साते हुए कहते हैं कि उनसे तुलना मत करो। आज भी दक्षिण में लोग रावण के नाम पर अपना नाम रखते हैं। साथ ही वह कहते हैं कि अगर नेता रावण होते तो भारत सोने का देश होता। रावण ने तो राम के जरिये अपने पूरे कुनबे को मोक्ष दिलाया। अगर रावण आत्मकेंद्रित होता तो खुद हिरण बनकर मोक्ष प्राप्त कर लेता।
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