असम: सिलचर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के COVID-19 वार्ड में डॉक्टरों और मरीजों ने कारगिल विजय दिवस मनाया
असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के COVID-19 वार्ड में डॉक्टरों और मरीजों ने भी कारगिल विजय दिवस का जश्न मनाया।
दिसपुर, एएनआइ। देशभर में 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया गया। कोरोना संकट में सभी देशवासियों ने वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस खास मौके पर असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के COVID-19 वार्ड में डॉक्टरों और मरीजों ने भी कारगिल विजय दिवस का जश्न मनाया। उन्होंने संयुक्त रूप से 1997 की फिल्म बॉर्डर के फेमस गाने, संदेश आते हैं की धुन गाई और नृत्य किया। इसके अलावा कई बॉलीवुड देशभक्ति गानों पर उन्होंने डांस किया।
भारतीय सशस्त्र बलों ने 26 जुलाई, 1999 को कारगिल में पाकिस्तान को हराया था। तब से, ऑपरेशन विजय में भाग लेने वाले सैनिकों के गौरव और वीरता को फिर से जगाने के लिए कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन पाकिस्तानी सेना द्वारा कब्जा की गई पहाड़ की ऊंचाइयों को फिर से हासिल करने में भारतीय सैनिकों की जीत का प्रतीक है।
बता दें कि मई-जुलाई 1999 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए कारगिल युद्ध में हिन्दुस्तान के 527 से ज्यादा जवान शहीद हुए थे। इनके अलावा 1300 से ज्यादा जख्मी भी हुए थे। ये युद्ध करीब 2 महीने की जंग के बाद 26 जुलाई 1999 को युद्ध समाप्त हुआ था। इस दिन को भारत में कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
देशभर में तमाम अधिकारियों और मंत्रियों ने कारगिल विजय दिवस के दिन देश के वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की है। बीते दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कारगिल युद्व में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की थी। उन्होंने जवानों की बहादुरी को याद करते हुए कहा 21 साल पहले आज के ही दिन कारगिल युद्व में हमारी सेना ने भारत की जीत का झंडा फहराया था।
इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान पर निशान साधते हुए कहा कि दुष्ट का स्वभाव ही होता कि हर किसी से बिना वजह दुश्मनी करना। इसलिए भारत की मित्रता का जबाव में पाकिस्तान ने पीठ में छुरा छोंपने का काम किया। उसके बाद पूरी दुनिया ने भारत की वीर सेना का पराक्रम देखा।