प्रसव के दौरान अस्पताल में डॉक्टर व नर्स नदारद, धरती पर आते ही डस्टबिन में गिरा नवजात
सुल्तानिया अस्पताल में प्रसव के दौरान लेबर टेबल से एक नवजात डस्टबिन में गिर गया।
भोपाल [ जेएनएन ]। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक अस्पताल की लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां के सुल्तानिया अस्पताल में प्रसव के दौरान लेबर टेबल से एक नवजात डस्टबिन में गिर गया। उस दौरान वहां कोई कोई डॉक्टर या नर्स नहीं मौजूद नहीं था। बता दें कि सुल्तानिया अस्पताल में दो दिन पहले एक प्रसूता की मौत पलंग से गिरने से हो गई थी, लेकिन अभी तक इस मामले जांच तक शुरू नहीं हुई है। उधर, सुल्तानिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अजय शर्मा का कहना है कि लेबर रूम में डॉक्टर-नर्स दोनों रहते हैं।
बैरसिया के नजदीक एक गांव के रहने प्रेम सिंह रायकवार ने अपनी पत्नी लक्ष्मी रायकवार को शनिवार की देर रात सुल्तानिया अस्पताल में भर्ती कराया था। सुबह 8.30 बजे के करीब प्रसव के लिए लक्ष्मी को प्रसूति कक्ष में ले जाया गया।
लक्ष्मी की सास ने बताया कि प्रसव के दौरान वहां पर कोई डॉक्टर नहीं था। एक नर्स थी। वह किसी काम के लिए बाहर गईं। इसी दौरान प्रसव हो गया। नवजात झटके से वहां पर रखे डस्टबिन में गिर गया। डस्टबिन प्लेसेंटा आदि डालने के लिए रखा गया था।
पांच मिनट के भीतर वह (लक्ष्मी की सास) वहां पर प्रसूति कक्ष में आईं। उन्हें बच्चा डस्टबिन में पड़ा मिला। डॉक्टरों ने घटना के चार घंटे के बाद बच्चे का एक्सरे व सोनोग्राफी जांच कराई। जांच रिपोर्ट के अनुसार वह पूरी तरह से स्वस्थ है।
उन्होंने बच्चें को फौरन उठाया साथ ही इसकी जानकारी डॉक्टर-नर्स की दी। इस पर परिजनों ने नाराजगी जाहिर की। डॉक्टरों की जांच में नवजात स्वस्थ मिला। दोपहर में कमला नेहरू अस्पताल स्थित हमीदिया के शिशु रोग विभाग भेजकर उसका एक्सरे और सोनोग्राफी जांच कराई गई। जांच में बच्चे को कोई तकलीफ सामने नहीं आई है। मां को नवजात के साथ सुल्तानिया अस्पताल में ही रखा गया। एक-दो दिन के भीतर प्रसूता की छुट्टी हो जाएगी।