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फरीदाबाद में धार्मिक स्थल निर्माण को लेकर विवाद, आगजनी व पथराव

गांव अटाली में धार्मिेक स्थल का निर्माण कर रहे एक संप्रदाय विशेष के मोहल्ले के करीब मकानों में गांव व आसपास के बहुसंख्यक परिवारों के लोगों ने आग लगा दी। संप्रदाय विशेष के करीब 15 घर, एक दर्जन वाहन आग की भेंट चढ़े। पथराव में सात लोग घायल हुए हैं,

By Sanjay BhardwajEdited By: Published: Tue, 26 May 2015 09:02 AM (IST)Updated: Tue, 26 May 2015 09:11 AM (IST)
फरीदाबाद में धार्मिक स्थल निर्माण को लेकर विवाद, आगजनी व पथराव

फरीदाबाद [जासं]। गांव अटाली में धार्मिेक स्थल का निर्माण कर रहे एक संप्रदाय विशेष के मोहल्ले के करीब मकानों में गांव व आसपास के बहुसंख्यक परिवारों के लोगों ने आग लगा दी। संप्रदाय विशेष के करीब 15 घर, एक दर्जन वाहन आग की भेंट चढ़े। पथराव में सात लोग घायल हुए हैं, इन्हें बल्लभगढ़ के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

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पुलिस ने मौके पर पहुंच कर स्थिति पर काबू पाया। तनाव को देखते हुए गांव में धारा 144 लगा दी गई है तथा भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। डरे हुए संप्रदाय विशेष के लोगों को पुलिस ने गांव से निकालकर बसों में शहर सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है।

यूं तो यह विवाद पांच साल पहले पंचायत चुनाव से पूर्व का है, मगर इसके बाद से मामला अदालतों में विचाराधीन होने के कारण बीते शुक्रवार शांति बनी रही। रविवार को यह विवाद एक बार तब भड़क गया जब संप्रदाय विशेष के लोग धार्मिक स्थल की छत डालना चाह रहे थे। हालांकि तब गांव के प्रमुख लोगों ने दोनों पक्षों को पंचायत में बैठाकर विवाद शांत कर दिया।

संप्रदाय विशेष के लोगों ने सोमवार सुबह जब फिर से धार्मिक स्थल पर छत डालने का कार्य प्रारंभ रखा तो गांव ही नहीं बल्कि आसपास के कुछ गांवों के लोग भी एकत्र होने लगे। गांव की महिलाओं ने मौजूदा सरपंच राजेश चौधरी के खिलाफ धार्मिक स्थल का काम नहीं रुकवाने पर नारेबाजी भी की।

इसके बाद सरपंच राजेश चौधरी ने शहर के सेक्टर-15 जिमखाना क्लब में प्रेसवार्ता के लिए आए केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर काे गांव में तनाव बढ़ने की जानकारी दी थी। मंत्री ने पुलिस आयुक्त सुभाष यादव को फोन कर गांव में स्थिति संभालने के लिए कहा था।

प्रत्यक्षदर्शी और धार्मिक स्थल पर निर्माण कार्य में जुटे गांव फतेहपुर तगा निवासी सद्दीक ने बताया कि दोपहर करीब 3 बजे पुलिस ने गांव में पहुंच कर धार्मिक स्थल का निर्माण कार्य रुकवा दिया था। मगर शाम 5 बजे मौके से पुलिस के जाने के बाद अचानक सैकड़ों लोगों ने धार्मिक स्थल पर धावा बोल दिया। उन्होंने मौके पर मौजूद कार, ट्रैक्टर सहित करीब एक दर्जन वाहनों को आग के हवाले कर दिया और घरों में घुसकर संप्रदाय विशेष के परिवारों को बाहर निकालने लगे।

हादसे में घायल अली शेर ने बताया धार्मिक स्थल निर्माण के दौरान बहुसंख्यक परिवारों ने पथराव कर दिया और घरों में आग लगा दी। घटनास्थल पर पुलिस करीब डेढ़ घंटे बाद पहुंची। विवाद भड़काने में छायंसा थाना प्रभारी का हाथ रहा।

डीसीपी बल्लभगढ़ भूपेंद्र सिंह ने बताया कि पथराव में घायल कुछ महिलाएं व बच्चे बस्ती में ही रह गए। जिन्हें बाद में पुलिस ने बाहर निकाल कर एंबुलेंस से बल्लभगढ़ के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। उन्होंने बताया कि कहीं कोई अंदर न रह गया हो इसके लिए पुलिस संप्रदाय विशेष के घरों को सर्च कर रही है। फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंच आग पर काबू पा लिया है।

मौके पर पहुंचे विधायक टेकचंद शर्मा और मूलचंद शर्मा का संप्रदाय विशेष के लोगों ने विरोध किया। बाद में ये दोनों विधायक पुलिस के अधिकारियों के साथ शांति बनाने की रणनीति में जुट रहे। केंद्रीय राज्य मंत्री एवं स्थानीय सांसद कृष्णपाल गुर्जर ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है। राज्य में गुप्तचर विभाग के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने जागरण को बताया कि गांव में अब स्थिति नियंत्रण में और है।

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