दिलीप कुमार और सायरा बानो के बंगले विवाद पर बिल्डर ने दी सफाई
दिलीप कुमार और सायरा बानो के बंगले विवाद पर बिल्डर ने सफाई दी है। भोजवानी का कहना है कि घर के असली मालिक वह हैं।
मुंबई (एजेंसी)। लेजेंड्री एक्टर दिलीप कुमार अक्सर अपनी खराब तबीयत की वजह से सुर्खियों में बने रहते हैं, लेकिन आज कल दिलीप कुमार और उनकी पत्नी सायरा बानो एक जमीन विवाज की वजह से चर्चा में बने हुए हैं। दोनों पाली हिल बंगले में पिछले 50 साल से रहते है।
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक आधे एकड़ में फैला यह बंगला विवादों में बना हुआ है। सायरा बानो ने पिछले हफ्ते बिल्डर समीर भोजवानी पर उत्पीड़न और संपत्ति को हड़पने की कोशिश का आरोप लगाया था। जिस बंगले पर इतना बवाल हो रहा है, रियल स्टेट के सूत्रों के मुताबिक उसकी कीमत करीब 250 करोड़ रुपये है।
बता दें कि समीर भोजवानी अपने अपने लग्जरी आवासीय भवनों के लिए पहचाने जाते हैं। भोजवानी का कहना है कि दिलीप कुमार यहां वर्ष 1953 के बाद से किराये पर रह रहे हैं। भोजवानी ने एक अखबार से बात करते हुए कहा कि मेरे पिताजी ने यह बंगला मूलराज खाटू ट्रस्ट से वर्ष 1986 में खरीदा था। जिसके बाद मेरे पिताजी इस घर के मालिक और दिलीप कुमार इस घर के किरायेदार बन गए थे। अब मेरी पिता की मृत्यू के बाद मै इस घर का मालिक हूं।
बिल्डर ने आगे कहा जब कुमार ने लीज की शर्तों का उल्लंघन किया और बंगले को ध्वस्त कर दिया था। इसके बाद 2008 में इसे फिर से विकसित करने के लिए एक बिल्डर के साथ समझौते किया, तो मैंने निष्कासन के लिए अदालत में एक मुकदमा दायर किया। यह मुकदमा अभी भी लंबित है।
इस बंगले का निर्माण वर्ष 1920 में किया गया था। इस दो मंजिले बंगले में नौकरों का क्वार्टर और एक बगीचे भी शामिल था। नौ साल पहले दिलीप कुमार ने एक रास्ता बनाने के लिए इसमें तोड़फोड़ की।
अभिनेता ने शेरियंस रिसोर्सेज एंड गोल्ड बीम कंस्ट्रक्शन के साथ एक समझौते किया था। अभिनेता को विकास की क्षमता में एक निश्चित राशि और 50% अधिकार मिलेंगे। भोजवानी ने कहा, मालिक के रूप में, संपत्ति का विकास करने के लिए उनके पास विशेष अधिकार है, इसलिए उन्होंने कुमार को अदालत में मुकदमा दायर किया है।
पारिजिता से पहले, कुमार ने पिछले साल ब्लैक रॉक के किशोर बजाज के एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था। बजाज ने कुमार को इसके लिए 11 लाख रुपये दिए थे। इस समझौते के अनुसार डेवलपर प्लॉट के आधे हिस्से का हकदार होगा और शेष आधा भाग को दिलीप कुमार का होगा। लेकिन बुधवार को, सायरा बानो ने पुलिस और मुख्यमंत्री से भोजवानी के उत्पीड़न का आरोप लगाया, जिसमें उन्होंने कहा कि वह उन्हें पैसों और फोर्जिंग दस्तावेजों के बल से बंगले के बाहर करना चाहते हैं।
सायरा बानो ने कहा कि भोजवानी ने अवैध और गैरकानूनी तरीके से बंगले को अपने नाम से पंजीकृत करा लिया है और सायरा बानो ने इसकी शिकायक रजिस्ट्रार के महानिरीक्षक के पास की थी। भोजवानी ने आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि 14 जून 2016 को अदालत ने यह माना कि भोजवानी संपत्ति के मकान मालिक हैं। दिलीप कुमार ने इस आदेश को चुनौती दी है और उनकी अपील लंबित है। भोजवानी ने आगे कहा कि दिलीप कुमार गलत तरीके से बंगले के मालिक बनमे है और संपत्ति में धन का निवेश करने के लिए तीसरे पक्ष को प्रेरित कर रहे हैं।
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