वाराणसी, कोलकाता समेत पांच एयरपोर्ट से शुरू होगी 'डिजी यात्रा'
विमानन राज्यमंत्री जंयत सिन्हा ने कहा कि स्कीम पूरी तरह स्वैच्छिक होगी। जो यात्री इसे अपनाना नहीं चाहेंगे वे मौजूदा तरीकों का इस्तेमाल कर सकेंगे।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। हवाई अड्डों पर बिना कागज पत्र दिखाए डिजिटल तरीके से केवल चेहरे के पहचान के जरिए सीधे बोर्डिंग गेट तक पहुंचने की 'डिजी यात्रा' स्कीम अगले वर्ष जनवरी से शुरू होने की उम्मीद है। इसे वाराणसी, कोलकाता, बेंगलूर, हैदराबाद तथा विजयवाड़ा समेत पांच एयरपोर्ट से शुरू किया जाएगा।
विमानन राज्यमंत्री जंयत सिन्हा ने कहा कि स्कीम पूरी तरह स्वैच्छिक होगी। जो यात्री इसे अपनाना नहीं चाहेंगे वे मौजूदा तरीकों का इस्तेमाल कर सकेंगे। इसमें यात्रियों को एयरपोर्ट पर कम समय खर्च करना पड़ेगा जिससे भीड़ से बचाव होगा।
डिजी यात्रा के तहत आधार नंबर, पीएनआर नंबर समेत विमान यात्रियों का समस्त विवरण डिजिटल डेटाबैंक के रूप में एजेंसियों के पास रहेगा। इसके सहारे वे बिना जांच पड़ताल व पहचान पत्र दिखाए एयरपोर्ट में प्रवेश कर सकेंगे और सिक्यूरिटी जांच के बाद बोर्डिग गेट को पार करते हुए विमान में सवार हो सकेंगे।
कानपुर से शीघ्र 'उड़ान' की उड़ाने
एयरपोर्ट अथारिटी के चेयरमैन गुरुप्रसाद महापात्रा ने बताया कि रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम 'उड़ान' (उड़े देश का आम नागरिक ) के तहत कानपुर, राउरकेला से शीघ्र ही उड़ाने शुरू होने की संभावना है। दुर्गापुर, जामनगर और पंतनगर के एयरपोर्ट भी आरसीएस उड़ानों के लिए तैयार हैं। कानपुर से उड़ान की उड़ाने शुरू करने का अधिकार स्पाइसजेट को मिला है, जिसने 1 मई को ही पंजाब के आदमपुर से दिल्ली के लिए उड़ाने शुरू की है।