फिर शुरु हो सकती है ईयू के साथ एफटीए पर वार्ता
भारत और ईयू के बीच एफटीए को लेकर चल रही बातचीत 2013 तक चली। लेकिन उसके बाद बातचीत थम गई।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। सरकार ने संकेत दिया है कि वो यूरोपीय यूनियन के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत फिर से शुरू कर सकती है। केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा है कि सरकार ने इस मुद्दे पर ईयू को आमंत्रित किया है। सरकार भी भारत ईयू एफटीए पर बातचीत के लिए तैयारी कर रही है।
भारत और ईयू के बीच एफटीए को लेकर चल रही बातचीत 2013 तक चली। लेकिन उसके बाद बातचीत थम गई। दोनों पक्षों के बीच 16 दौर की बातचीत हुई थी। लेकिन किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सका पिछले ही वर्ष दोनों देशों के वार्ताकारों ने इस मुद्दे पर विचार किया था और दोनों ही देश इस समझौते पर बाइलेटरल ट्रेड एंड इनवेस्टमेंट एग्रीमेंट (बीटीआइए) के नाम से शुरू करने पर सहमति जतायी थी।
सीआइआइ के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रभु ने कहा कि भारत एक देश के तौर पर अपने सभी परंपरागत मित्र देशों के साथ संबंध बनाये रखने का इच्छुक है। साथ ही नए देशों के साथ भी संबंध बन रहे हैं। भारत और यूरोपीय यूनियन के बीच प्रस्तावित समझौते पर बातचीत की शुरुआत 2007 में हुई थी। लेकिन बौद्धिक संपदा अधिकार, ऑटोमोबाइल और शराब पर ड्यूटी में कटौती और उदार वीजा नियमों जैसे संवेदनशील मुद्दों पर सहमति नहीं बन पायी और बातचीत मई 2013 में रुक गई। दोनों ही पक्ष इन मुद्दों पर झुकने को तैयार नहीं थे। साल 2015-16 में भारत और ईयू के बीच घटकर 88.4 अरब डालर का रह गया था। यह इसके पिछले वर्ष में 98.5 अरब डालर था।