पहली बार गणतंत्र दिवस परेड पर दिखी धनुष बंदूक, युद्धक टैंक T-90 भीष्म ने दिखाया दम
कैप्टन मृगांक भारद्वाज की कमान वाली धनुष बंदूक प्रणाली रविवार को पहली बार राजपथ पर गणतंत्र दिवस समारोह का हिस्सा थी।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कैप्टन मृगांक भारद्वाज की कमान वाली 'धनुष' बंदूक प्रणाली रविवार को पहली बार राजपथ पर गणतंत्र दिवस समारोह का हिस्सा थी। 155 एमएम / 45 कैलिबर की धनुष गन प्रणाली एक टोन्ड हॉवित्जर है जिसे ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन किया गया है। 36.5 किमी की अधिकतम रेंज वाली स्वचालित बंदूक सिधाई में निशाना साधने की क्षमता है।
यह बंदूक, जो जड़त्वीय नेविगेशन प्रणाली और उन्नत दृष्टि से सुसज्जित किया गया है, को सेना की भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है। परेड के दौरान भारतीय सेना के युद्धक टैंक T-90 भीष्म ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सलामी दी। भीष्म टैंक की कमान 86 आर्मर्ड रेजिमेंट के कैप्टन सनी चाहर के हाथों में रही।
परेड के दौरान रुद्र और ध्रुव (Advanced Light Helicopters) की ओर सभी की निगाहें आसमान पर रही, जिन्होंने यहां 71 वें गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर डायमंड फॉर्म में फ्लाई पास्ट का प्रदर्शन किया। इससे पहले राजपथ पर 21 तोपों ने सलामी दी, आसमान में 155 हेलिकॉप्टर यूनिट के 5 हेलिकॉप्टरों ने उल्टे 'Y' आकार में उड़ान भरी।