डीजीसीए ने अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री उड़ानों के परिचालन पर लगए बैन को 31 अगस्त तक बढ़ाया
भारत के विमानन सुरक्षा नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने शुक्रवार को एक आधिकारिक परिपत्र जार कर बताया कि अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री सेवा का निलंबन बढ़ा कर 31 अगस्त 2021 तक कर दिया गया है। अंतरराष्ट्रीय कार्गो संचालन और डीजीसीए द्वारा मंजूरी पर विमानों पर यह लागू नहीं होगा।
नई दिल्ली, पीआइबी। भारत के विमानन सुरक्षा नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने शुक्रवार को एक आधिकारिक निर्देश में बताया कि अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री सेवा का निलंबन बढ़ाकर 31 अगस्त 2021 तक कर दिया गया है। परिपत्र के अनुसार अंतरराष्ट्रीय कार्गो संचालन और नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा मंजूरी प्राप्त विमानों पर यह लागू नहीं होगा।
डीजीसीए द्वारा जारी परिपत्र में बताया गया है कि भारत के लिए या भारत से उड़ने वाली सभी अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री सेवाओं के निलंबन को 31 अगस्त 2021, 23:59 बजे (आईएसटी) तक बढ़ा दिया है। मगर यह निलंबन मामला दर मामला के आधार पर चुनिंदा मार्गों पर अंतरराष्ट्रीय अनुसूचित उड़ानों की अनुमति दे सकते हैं।
कोरोना महामारी को देखते हुए भारत के विमानन सुरक्षा नियामक नागर विमानन महानिदेशालय ने पिछले साल 23 मार्च, 2020 से अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री उड़ानों को रद्द कर रखा है। मगर वंदे भारत मिशन के तहत मई 2020 से कुछ अंतरराष्ट्रीय उड़ान भरी जा रहीं है। फिर एयर बब्बल समझौत के तहत जुलाई 2020 में कुछ देशों के साथ उड़ान परिचालित किया गया। भारत ने इन देशों के साथ एयर बब्बल समझौता किया है, अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, केन्या, भूटान और फ्रांस सहित करीब 24 देशों और है।
कोरोना वायरस का असर भारत की घरेलू यात्रा उड़ानों पर भी पड़ा था, जिसे 2 महीने बंद रखने के बाद 25 मई 2020 से फिर से शुरू किेया गया था। देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार पहले ही 2 घंटे से कम की उड़ानों में खाने की सुविधा पर रोक लगा चुकी है। कोरोना मामलों को कम करने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया था। पिछले 24 घंटों में देशभर में कोरोना के 44,230 नए मामले देखने को मिले है, जो पिछले 3 हफ्ता के दौनिक मामलों में से सबसे ज्यादा हैं।