जम्मू कश्मीर में हालात बिगाड़ने की साजिश, हताश आतंकी संगठनों ने बनाई गजनवी फोर्स
जम्मू कश्मीर में सुधर रहे हालात को बिगाड़ने की मंशा से आतंकी संगठनों ने आइएसआइ के इशारे पर गजनवी फोर्स नाम से नया आतंकी संगठन बनाया है...
श्रीनगर, जेएनएन। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में सुधर रहे हालात को बिगाड़ने की हर साजिश नाकाम होने से आतंकी संगठन पूरी तरह हताश है। सुरक्षाबलों की सतर्कता के आगे आतंकी संगठनों की एक नहीं चल रही। अलग-अलग लड़ने के बजाए इन आतंकी संगठनों ने आत्मघाती हमलों को अंजाम देने के लिए एक साझा हिट स्कवायड बनाया है। नाम रखा है गजनवी फोर्स। लश्कर, हिजबुल और जैश-ए-मोहम्मद के अलावा अल-बदर भी इसका हिस्सा है। गजनवी फोर्स में शामिल आतंकी संगठन पुलवामा जैसे किसी बड़े हमले के अलावा सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की फिराक में हैं।
आइएसआइ के इशारे पर बनाया संगठन
सूत्रों ने बताया कि गजनवी फोर्स को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के इशारे पर ही तैयार किया गया है। गजनवी फोर्स में शामिल आतंकियों को वादी में टार्गेट किलिंग, आइईडी धमाके और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर आत्मघाती हमलों को अंजाम देने का जिम्मा सौंपा गया है। सूत्रों ने बताया कि गजनवी फोर्स में तीन से चार स्थानीय आत्मघाती भी शामिल हैं जो बीते साल 14 फरवरी को आदिल डार की तरह किए गए वाहन बम धमाके को वादी में किसी जगह अंजाम दे सकते हैं। इसी आशंका के आधार पर सुरक्षाबलों के लिए विशेष अलर्ट जारी किया गया है।
स्थानीय कैडर को हमले की जिम्मेदारी
सूत्रों के अनुसार, गजनवी फोर्स द्वारा अंजाम दिए जाने वाले हमलों के लिए आवश्यक साजो सामान उपलब्ध कराने, टार्गेट की निशानदेही का जिम्मा मुख्य तौर पर हिजबुल मुजाहिदीन को ही सौंपा गया है। इसके अलावा टार्गेट किलिंग को भी हिजबुल के स्थानीय कैडर को ही अंजाम देने के लिए कहा गया है। सुरक्षा प्रतिष्ठानों या किसी अन्य जगह बड़े आत्मघाती हमले की साजिश में मुख्य तौर पर जैश व लश्कर या फिर अल बदर का कैडर शामिल हो सकता है।
यह छद्म संगठन हो सकता है
कश्मीर में आतंकरोधी अभियानों में सक्रिय भूमिका निभा रहे पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमारे पास गजनवी फोर्स जैसे आतंकी संगठन की फिलहाल कोई सूचना नहीं है। यह एक छद्म संगठन हो सकता है। इसके बारे में पता किया जाएगा। जहां तक हमारा मानना है कि यह संगठन सिर्फ कश्मीर में होने वाली आतंकी वारदात की जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार किया गया होगा। अतीत में ऐसा कई बार हो चुका है। वैसे, सुरक्षाबल आतंकियों की किसी भी नापाक साजिश का जवाब देने के लिए पूरी तरह मुस्तैद हैं।