रमन सिंह बोले, छत्तीसगढ़ में नोटबंदी ने तोड़ दी नक्सलियों की रीढ़
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि बस्तर क्षेत्र के लोग शांति चाहते हैं और एकीकृत विकास के साथ ही क्षेत्र जल्द ही शांत हो जाएगा।
नई दिल्ली, एएनआइ। नक्सलवाद भारत के लिए एक बड़ी चुनौती है। पिछले दिनों अमेरिकी कांग्रेस की आतंकवाद पर जारी ताजा रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल भारत में कुल आतंकी हमलों में से दो-तिहाई नक्सलियों ने किये थे। पिछले काफी सालों से छत्तीसगढ़ भी नक्सलवाल से जूझ रहा है। हालांकि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने शनिवार को कहा कि राज्य में नक्सली गतिविधियों में काफी गिरावट आई है और इसमें नोटबंदी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
एक इंटरव्यू के दौरान रमन सिंह ने बताया, 'नक्सली अब एक छोटे से क्षेत्र तक ही सीमित हैं। नोटबंदी ने माओवादियों की रीढ़ तोड़ दी है, हम भी उन्हें आगे बढ़ाने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं। यह नोटबंदी और राज्य सरकार के मिलेजुले परिणामों का नतीजा है, जिसकी वजह से नक्सली सिमट रहे हैं।
सिंह ने कहा कि बस्तर क्षेत्र के लोग शांति चाहते हैं और एकीकृत विकास के साथ ही क्षेत्र जल्द ही शांत हो जाएगा। उन्होंने कहा, 'इस क्षेत्र की स्थिति में परिवर्तन नजर आ रहा है। हमने सड़कों के निर्माण के लिए 3000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जिससे बाहरी इलाके शहर तक जुड़ जाएंगे।'
छत्तीसगढ़ नक्सलवाद से काफी समय से जूझ रहा है। इससे सामान्य जीवन में बाधा पहुंचती है और जीवन और संपत्ति को नुकसान पहुंचता है। राज्य सरकार ने इस क्षेत्र में नक्सल गतिविधियों का मुकाबला करने के लिए कई अभियान चलाए हैं। हाल ही में छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान में दर्जन से अधिक नक्सलियों की मौत हो गई। इसके साथ ही तीन जवान भी शहीद हो गए।
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