नक्सलियों से संबंध पर डीयू की प्रोफेसर को बर्खास्त करने की मांग
जीआइए की संयोजक मोनिका अरोड़ा ने कहा है कि नंदिनी सुंदर शहरी नक्सलवाद को बढ़ावा दे रहीं हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की एक प्रोफेसर के छत्तीसगढ़ के नक्सलियों से कथित संबंधों पर इंटलेक्चुअल और एकेडमिशियन के संगठन जीआइए ने गंभीर चिंता जताई है। इस बारे में जीआइए ने कुलपति योगेश त्यागी से मुलाकात कर नक्सलियों से संबंध रखने वाली प्रोफेसर नंदिनी सुंदर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। जीआइए ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को भी पत्र लिखा है।
जीआइए की संयोजक मोनिका अरोड़ा ने कहा कि नक्सलियों द्वारा हमले में बड़े पैमाने पर जवानों और आम लोगों की हत्याओं के बीच छत्तीसगढ़ पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली पोडियम पांडा ने पूछताछ में देश को तोड़ने की बड़ी साजिश से पर्दा उठाया है। किस तरह डीयू में बैठकर शहरी नक्सलवाद को पनपाया जा रहा है।
पांडा ने बताया है कि उसके लगातार संपर्क में नंदिनी सुंदर थीं। वह दिल्ली में नंदिनी सुंदर और बस्तर के बड़े नक्सली नेताओं के बीच संपर्क का वह बड़ा माध्यम था। उसने कई बार सुकमा के जंगलों में नक्सली नेताओं से प्रोफेसर की बैठकें करवाई हैं। मोनिका अरोड़ा ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब नंदिनी सुंदर के नक्सलियों से खतरनाक संबंधों के बारे में पता चला है। इसके पहले भी पुलिस अधिकारियों की रिपोर्ट में इनका नाम आया है।
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