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DATA STORY: ब्राजील में सबसे तेजी से हो रही जंगलों की कटाई, भारत में भी किए जा रहे जंगल साफ, जानें- क्यों काटे जा रहे जंगल

ग्लोबल फॉरेस्ट वॉच के मुताबिक 2019 में 5.4 मिलियन हेक्टेयर जंगल कम हो गए। नई शताब्दी में हर साल 5 मिलियन हेक्टेयर जंगल कट जा रहे हैं। हमें जंगलों की कटाई रोकनी है तो हमें यह जानना होगा कि कहां कितने जंगल कट रहे हैं और क्यों कट रहे हैं?

By Vineet SharanEdited By: Published: Fri, 05 Mar 2021 08:43 AM (IST)Updated: Fri, 05 Mar 2021 12:24 PM (IST)
DATA STORY: ब्राजील में सबसे तेजी से हो रही जंगलों की कटाई, भारत में भी किए जा रहे जंगल साफ, जानें- क्यों काटे जा रहे जंगल
हर साल जितने जंगल कटते हैं, उनमें से ज्यादातर (95 फीसद) कटिबंधों वाले जंगल हैं।

नई दिल्ली, जेएनएन। वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ डे के मौके पर तीन मार्च को संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने जंगलों को बचाने का संदेश दिया क्योंकि ये जंगल ही 80 फीसद जानवरों का घर हैं। ग्लोबल फॉरेस्ट वॉच के एक अनुमान के मुताबिक, 2019 में 5.4 मिलियन हेक्टेयर जंगल कम हो गए। नई शताब्दी में हर साल दुनिया में 5 मिलियन हेक्टेयर जंगल कट जा रहे हैं। अगर हमें जंगलों की कटाई रोकनी है तो हमें यह जानना होगा कि कहां कितने जंगल कट रहे हैं और क्यों कट रहे हैं? द ग्लोबल एनवायरमेंट चेंज में शोधकर्ता फ्लोरेंस पेंड्रिल और उनके सहयोगियों के एक शोध में इन्हीं दो सवालों पर फोकस किया गया है। यह शोध 2005 से 2013 के बीच के आंकड़ों पर आधारित है। पर ग्लोबल फॉरेस्ट वॉच के आंकड़ों से आज भी यही परिणाम मिल रहा है। नए आंकड़े सैटेलाइट डाटा पर आधारित हैं।

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हर साल जितने जंगल कटते हैं, उनमें से ज्यादातर (95 फीसद) कटिबंधों वाले जंगल हैं। वहीं, इनमें से आधे जंगल ब्राजील और इंडोनेशिया में साफ हो रहे हैं। ब्राजील में हर साल 1.7 मिलियन हेक्टेयर वनों की कटाई होती है। पेड़ों की कटाई में इंडोनेशिया की हिस्सेदारी 14 फीसद है। यानी हर साल इंडोनेशिया और ब्राजील में ही 47 फीसद वनोन्मूलन हो रहा है। 2019 में यह आंकड़ा 52 फीसद के करीब पहुंच गया है।

अफ्रीका महाद्वीप को देखें तो कृषि भूमि के विस्तार के चलते वनोन्मूलन में इसकी हिस्सेदारी 17.5 फीसद है। वहीं, भारत में हर साल 1.41 फीसद (73,018 हेक्टेयर) जंगल साफ हो जाते हैं।

जंगलों की कटाई के बड़े कारण- बीफ, सोया और पॉम ऑयल

आवर वर्ल्ड इन डाटा में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, हर साल जंगलों की एक-तिहाई कटाई कृषि के चलते होती है। दुनिया की बढ़ती आबादी के लिए अधिक खाद्यान की जरूरत के चलते ये जंगल कटकर खेतों में तब्दील हो जा रहे हैं। पर जंगल कटने का सबसे बड़ा कारण बीफ का उत्पादन है। 41 फीसद जंगल इसी के चलते कटते हैं। यानी करीब 2.1 मिलियन हेक्टेयर हर साल। यह नीदरलैंड के कुल आकार का आधा है। वहीं, ऑयल सीड और सोयाबीन उत्पादन से 18 फीसद कटाई होती है। इस तरह बीफ और ऑयल सीड के चलते करीब 60 फीसद पेड़ साफ हो जाते हैं। पेपर और लकड़ी संबंधी उद्योगों के चलते 13 फीसद जंगल से हम हाथ धो देते हैं।

पेड़ों की कटाई के अन्य कारक

-अनाज (चावल को छोड़कर)-9.6 फीसद

-सब्जी और फल-7.3 फीसद

-चावल-5.6 प्रतिशत

-दूसरी फसलें-3.6 फीसद

-चीनी-1.1 फीसद

-प्लांट बेस फाइबर-.5 फीसद

कितने जंगल अब तक कट गए

-10 हजार साल पहले दुनिया की रहने योग्य कुल जमीन के 57 फीसद पर जंगल थे

-6 अरब हेक्टेयर जमीन पर जंगल मौजूद थे

-4 अरब हेक्टेयर जमीन पर जंगल बचे हैं

-यानी हमने एक तिहाई जंगल खो दिए हैं जो अमेरिका के आकार का दोगुना है 


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