रक्षामंत्री ने सेना कल्याण कोष में जबरन वसूली को नकारा
रक्षा मंत्री का कहना है कि सेना का कल्याण कोष स्वेच्छा से योगदान करने वालों के लिए खोला गया है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर ने सैनिकों के कल्याण कोष के नाम पर बालीवुड से पांच करोड़ रुपये वसूलने के विवाद से पूरी तरह किनारा कर लिया है। रक्षा मंत्री का कहना है कि सेना का कल्याण कोष स्वेच्छा से योगदान करने वालों के लिए खोला गया है, हम किसी की गर्दन पकड़कर इसमें जबरन योगदान कराने के पक्ष में नहीं हैं।
भारतीय नौसेना के कमांडरों की तीन दिवसीय कांफ्रेंस का उद्घाटन करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में रक्षा मंत्री ने कहा कि सेना कल्याण कोष की स्थापना हमने लोगों की सैनिकों के लिए कुछ करने की भारी मांग को देखते हुए की है। यह कोष कुछ राज्यों के मुख्यमंत्री सहायता कोष की तरह सदैव रहेगा जिसमें कोई भी स्वेच्छा से योगदान कर सकता है।
इसी हफ्ते रिलीज हो रही फिल्म 'ये दिल है मुश्किल' के निर्माता करण जौहर से पाकिस्तानी कलाकारों के फिल्म में काम कराने के हर्जाने के तौर पर पांच करोड़ रुपये इस कोष में योगदान करने की मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने हामी भरवाई है। इस बारे में पूछे जाने पर पर्रीकर ने कहा कि कौन बाहर क्या करता है इससे हमारा सरोकार नहीं और हम किसी की गर्दन पकड़कर इस कोष में योगदान के लिए नहीं कहेंगे। उन्होंने कहा कि कल्याण कोष सैनिकों के युद्ध शहीद कोष से अलग है।
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