रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बोले- देश पर बुरी नजर डालने वाली किसी भी ताकत को मुंहतोड़ जवाब दे सकती है भारतीय सेना
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने शनिवार को देश पर बुरी नजर डालने वाली ताकतों को मुंहतोड़ जवाब दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना देश पर बुरी नजर डालने वाली किसी भी ताकत को मुंहतोड़ जवाब देने की क्षमता रखती है।

नई दिल्ली, पीटीआइ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने शनिवार को कहा कि भारतीय सेना देश पर बुरी नजर डालने वाली किसी भी ताकत को मुंहतोड़ जवाब देने की क्षमता रखती है। उन्होंने (Defence Minister Rajnath Singh) कहा कि अब जब भारतीय सेना चीन के साथ बातचीत कर रही है तो वह बराबरी के अधिकार के साथ ऐसा कर रही है। रक्षा मंत्री ने यह टिप्पणी उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Vice President Jagdeep Dhankhar) की मौजूदगी में दीनदयाल उपाध्याय (Deendayal Upadhyay) पर पांच खंडों की पुस्तक के विमोचन के मौके पर की।
दीनदयाल उपाध्याय ने उठाई थी परमाणु परीक्षण किए जाने की बात
राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने कहा कि जब चीन ने 1964 में पहला परमाणु परीक्षण किया था, तो दीनदयाल उपाध्याय (Deendayal Upadhyay) देश के पहले नेता थे जिन्होंने भारत के परमाणु परीक्षण के पक्ष में बात की थी। जब भारत ने 1998 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) के नेतृत्व में राजस्थान में अपना पहला परमाणु परीक्षण किया था तो उसका लक्ष्य आत्मरक्षा का था। तब भारत का विचार किसी देश के खिलाफ इस हथियार का इस्तेमाल नहीं करने का नहीं था।
भारतीय सेना को आत्मरक्षा का पूरा भरोसा
राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने कहा कि अपने पास एटमी प्रतिरोध की ताकत होने के कारण भारतीय सेना को आत्मरक्षा का पूरा भरोसा है। आज 2022 में जब भारत की सेना चीन के साथ बातचीत कर रही है तो वह बराबरी के साथ ऐसा कर रही है। आज भारत की ओर यदि कोई ताकत बुरी नजर से देखती है तो भारतीय सैनिकों के पास मुंहतोड़ जवाब देने की क्षमता मौजूद है।
आत्मनिर्भर भारत के मंत्र पर जोर
राजनाथ सिंह ने आत्मनिर्भर भारत के मंत्र पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि देश का लक्ष्य न केवल अपनी जरूरतों के लिए सामान बनाना है, वरन अन्य देशों को भी रक्षा वस्तुओं का निर्यात करना है। मैं कह सकता हूं कि हम पंडित दीनदयाल उपाध्याय (Pandit Deendayal Upadhyay) के सपनों को पूरा करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि रक्षा मंत्रालय ने 310 रक्षा वस्तुओं की तीन स्वदेशीकरण सूचियां जारी की हैं। इन सूचियों में शामिल उपकरणों को किसी भी परिस्थिति में एक समय सीमा के बाद बाहर से नहीं खरीदा जाएगा।

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