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डीन का दावा, मैनेजमेंट की बदनामी के लिए जेब में कॉकरोच लेकर आया था सर्जन

ऑपरेशन थियेटर में कॉकरोच निकलने के बाद डीन ने सर्जन पर लगाया मैनेजमेंट को बदनाम करने का आरोप।

By Monika minalEdited By: Published: Fri, 13 Jan 2017 10:46 AM (IST)Updated: Fri, 13 Jan 2017 10:52 AM (IST)
डीन का दावा, मैनेजमेंट की बदनामी के लिए जेब में कॉकरोच लेकर आया था सर्जन
OT और ICU के बीच डंपिंग जोन

मुंबई (जेएनएन)। 21 वर्ष के अनुभव, दो मेडिकल डिग्री के साथ जूनियर्स व मरीजों के बीच अच्छी शोहरत और सम्मानीय डॉक्टर ने मैनेजमेंट को बदनाम करने के लिए ऑपरेटिंग थियेटर में जिंदा कॉकरोच डाल दिया जिसे वह अपने जेब में साथ लेकर आया था। ऐसा मानना है अस्पताल के डीन का।

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जानें पूरा मामला

थाने सिविक हॉस्पिटल के डीन के लिए संदेहास्पद स्थिति पैदा हो गयी जब एक कॉकरोच की वजह से पूरी प्रक्रिया बाधित हुई। ऑपरेशन थियेटर में इस घटना के बाबत मिरर में 10 जनवरी को छपी एक रिपोर्ट पर एडिशनल म्यूनिसिपल कमिश्नर सुनिल चव्हाण ने जब अस्पताल से स्पष्टीकरण की मांग की तब छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल की प्रमुख सी मैत्रा ने औपचारिक जवाब देते हुए इस पूरी घटना के पीछे एक सर्जन का हाथ बताया। बता दें कि यह अस्पताल 500 बिस्तरों वाला है।

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सर्जन पर मढ़ा आरोप

अस्पताल में स्वच्छता व्यवस्था को और बेहतर बनाने की बात बोलने की जगह मैत्रा ने सीनियर आर्थोपेडिक सर्जन डॉक्टर संजय बरनवाल पर आरोप मढ़ते हुए बताया कि अस्पताल व मैनेजमेंट को बदनाम करने के लिए ऐसा किया गया है।

सर्जन का पक्ष

6 जनवरी को डॉक्टर बरनवाल एक मरीज के पैर की सर्जरी का काम क्षणभर के लिए रोक दिया क्योंकि उन्हें ऑपरेशन थियेटर में एक कॉकरोच घूमता दिख गया और उसकी ही फिल्म बनाने लगे। बरनवाल का कहना है कि मैनेजमेंट का ध्यान खींचने के लिए उन्होंने यह वीडियो बनाया।

ओटी व आइसीयू के बीच ‘डंपिंग जोन’

मिरर में रिपोर्ट छपने के कुछ घंटों बाद मैत्रा ने चव्हाण को बताया कि अस्पताल में स्वच्छता का पूरा ख्याल रखा जाता है। लेकिन गुरुवार को अस्पताल में पहुंची मिरर टीम को ऑपरेटिंग थियेटर व आइसीयू के बीच कचड़ा जमा था। उसमें कार्डबोर्ड बॉक्स, टूटे फर्निचर, फाइलें, दवाईयों की खाली बोतलें व अन्य कचड़े जमा थे। एक डॉक्टर ने बताया कि चव्हाण द्वारा जांच किए जाने के डर से मंगलवार को मैनेजमेंट ने तत्काल सफाई के आदेश दे दिए।

चव्हाण ने कहा, ‘मैं अभी अस्पताल नहीं गया हूं लेकिन डीन से रिपोर्ट मिली है। उनका कहना है कि ऑपरेशन थियेटर में कॉकरोच को धोखे से रखा गया। उनके अनुसार, सर्जन अपने साथ कॉकरोच लाए थे जो उन्होंने ऑपरेशन थियेटर में रख दिया और फिर मीडिया को इस बात की खबर पहुंचाई।‘ मिरर ने मैत्रा से कंटैक्ट की काफी कोशिश की पर उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।

हंस पड़े सर्जन

दूसरी ओर डीन की प्रतिक्रिया पर डॉक्टर बरनवाल हंस पड़े लेकिन तुरंत ही गंभीर होते हुए कहा कि इस तरह की स्थिति में ऑपरेशन करना काफी जोखिम भरा है। छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल राजीव गांधी मेडिकल कॉलेज से जुडा है जहां डॉक्टर बरनवाल असोसिएट प्रोफेसर हैं। 1996 से वे थाने म्यूनिसिपल कार्पोरेशन में फुल टाइम डॉक्टर हैं। उन्होंने पहले बीएमसी अस्पताल में काम किया है।

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पहले भी हुआ है ऐसा वाक्या

दो हफ्ते पहले भी एक रेसिडेंट डॉक्टर को ऑर्थोपेडिक डिपार्टमेंट में कॉकरोच दिखा था। लेकिन अस्पताल प्रबंधन से बताने के बजाए उन्होंने खुद उसे मारकर हटा दिया। चव्हाण ने बताया कि वे सीनियर सर्जन और डीन की बातों और मामले की अच्छी तरीके से जांच करेंगे।


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