कश्मीर में 96 पुलिस थाना क्षेत्रों से हटाई गई दिन की पाबंदियां, प्राइमरी और हाईस्कूल खुले
कश्मीर में गुरुवार को लगातार 25वें दिन भी तनाव के बावजूद स्थिति लगभग शांत रही। सड़कों पर वाहनों और आम लोगों की आवाजाही रही लेकिन बाजार बंद रहे।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। कश्मीर में गुरुवार को लगातार 25वें दिन भी तनाव के बावजूद स्थिति लगभग शांत रही। सड़कों पर वाहनों और आम लोगों की आवाजाही रही, लेकिन बाजार बंद रहे। विभिन्न स्थानों पर प्राइमरी और हाई स्कूल खुले। हालांकि छात्रों की संख्या कम रही। वहीं, स्थिति में सुधार को देखते हुए प्रशासन धीरे- धीरे प्रशासनिक पाबंदियों में राहत दी है।
96 पुलिस थाना क्षेत्रों में दिन की निषेधाज्ञा नहीं
मंगलवार को पूरी वादी में 111 में 96 पुलिस थाना क्षेत्रों में दिन की निषेधाज्ञा नहीं थी। इसका असर स्थानीय जनजीवन पर भी देखने को मिला। सड़कों पर आम लोगों की आवाजाही बीते दिनों की अपेक्षा ज्यादा रही। मुख्य बाजार बंद रहे सिर्फ सुबह-शाम कुछ देर के लिए रोजमर्रा के साजो सामान के अलावा कुछ अन्य दुकानें खुलीं।
सभी सरकारी प्राइमरी, मिडिल व हाईस्कूल खुले
सभी सरकारी कार्यालय निर्धारित समय पर ही खुले। आम लोगों की आवाजाही कार्यालयों में नाममात्र ही थी, लेकिन कर्मियों की उपस्थिति सामान्य रही। नागरिक सचिवालय में 95 प्रतिशत के करीब कर्मचारियों की उपस्थिति रही। अलबत्ता, शैक्षिक गतिविधियों को बहाल करने की प्रशासनिक पहल ज्यादा आगे बढ़ती नजर नहीं आई। जिन इलाकों में निषेधाज्ञा नहीं थी, वहां सभी सरकारी प्राइमरी, मिडिल व हाई स्कूल खु़ले। कई जगह कुछ निजी स्कूल भी खुले, लेकिन निजी स्कूलों में जहां छात्र पूरी तरह नदारद थे।
कुछ इलाकों में हुई पत्थरबाजी
प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा का कड़ा बंदोबस्त किया हुआ है। हालांकि देर शाम को कुछेक इलाकों में हुई पथराव की छिट-पुट घटनाओं को अलावा स्थिति पूरी तरह शांत रही। राज्य पुलिस नियंत्रण कक्ष में मौजूद एक अधिकारी ने बताया कि आज स्थिति पूरी तरह सामान्य रही है।
वादी में स्थिति नियंत्रण में : मंडलायुक्त
मंडलायुक्त कश्मीर बसीर अहमद खान ने कहा कि वादी में स्थिति पूरी तरह शांत है। कई जगह दुकानें भी खुली हैं। किसी जगह जरूरी वस्तुओं का अभाव नहीं है। स्कूलों में बच्चे भी आ रहे हैं। हमने सुरक्षा का पूरा बंदोबस्त किया है। लैंडलाइन सेवा को बहाल किय जा रहा है। जिन इलाकों में एक्सचेंज बहाल होने के बाद भी लैंडलाईन नहीं चले हैं, वहां की तकनीकी दिक्कतों को दूर किया जा रहा है।