'रौनक अफ़रोज़': दाऊद का होटल, क्या ले पाएगा कोई कब्जा
महाराष्ट्र में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की सम्पत्तियों की नीलामी 9 दिसंबर को होने जा रही है लेकिन इससे पहले ही खरीदारों को धमकियां मिलना शुरू हो गया है। पूर्व पत्रकार एस. बालाकृष्णन को छोटा शकील ने फोन पर धमकाया और नीलामी में हिस्सा नहीं लेने का दबाव डाला है।
मुंबई। महाराष्ट्र में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की सम्पत्तियों की नीलामी 9 दिसंबर को होने जा रही है लेकिन इससे पहले ही खरीदारों को धमकियां मिलना शुरू हो गया है। पूर्व पत्रकार एस. बालाकृष्णन को छोटा शकील ने फोन पर धमकाया और नीलामी में हिस्सा नहीं लेने का दबाव डाला है। बालाकृष्णन ने इस बारे में पुलिस को खबर कर दी है।
गौरतलब है कि मुंबई में जब्त की गईं 7 संपत्तियों की नीलाम की जानी है। इनमें से एक संपत्ति अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की भी है। यह संपत्ति दाऊद के गढ़ नागपाड़ा में टेमकर स्ट्रीट के बिल्कुल पास में स्थित एक होटल है। पहले उसे 'रौनक अफ़रोज़' के नाम से जाना जाता था, लेकिन बाद में उसमें 'दिल्ली जायका होटल' खुल गया।
कैसी है दाऊद की संपत्ति
दिल्ली जायका होटल 45 वर्ग मीटर में फैला हुआ है, जिसकी नीलामी के लिए इनकम टैक्स विभाग ने आरक्षित मूल्य 1 करोड़ 18 लाख रुपए तय किया है। जो लोग इस नीलामी में हिस्सा लेकर इस होटल की बोली लगाना चाहते हैं उन्हें आरक्षित मूल्य का 25 प्रतिशत जमा कराना होगा।
इस नीलामी समारोह के आयोजन की ज़िम्मेदारी अश्विन एंड कंपनी औक्सनीर्स नाम की एक निजी कंपनी को सौंपी गई है। संपत्ति के निरीक्षण के लिए 4 दिसंबर की तारीख तय की गई थी जबकि हिस्सा लेने वालों में अपना नाम दर्ज करवाने की आखिरी तारीख 8 दिसंबर तय है।
होटल में मीटिंग करता था दाऊद
सूत्रों के अनुसार भारत से भागने के पहले तक दाऊद इब्राहिम होटल रौनक अफरोज में ही अपनी मीटिंग्स किया करता था। पास की ही टेमकर स्ट्रीट पर दाऊद इब्राहिम का घर था। उसका भाई इकबाल कासकर अब भी पास की ही बिल्डिंग डामर वाला में रहता है।
1993 के बम ब्लास्ट में सील किया गया था होटल
इस होटल को 1993 के धमाकों में दाऊद का नाम आने के बाद ही सील कर दिया गया था, लेकिन दाऊद के लोगों ने ताला तोड़कर इसे किराए पर दे रखा था। जुलाई 2013 में होटल के फिर से सील होने के पहले तक यहां दिल्ली जायका नामका होटल चलता था, जिसका बोर्ड आज भी लगा हुआ है।
क्या हो पाएगी दाऊद से जुडी संपत्ति नीलाम
पिछले 16 सालों में चार बार हुई दाऊद की संपत्ति की नीलामी में केवल दो व्यक्तियों ने ही बोली लगाई है। इन व्यक्तियों ने बोली में तय रुपए भी अदा कर दिए हैं लेकिन अभी तक वे इन सम्पत्तियों में कब्जा नहीं पा सके हैं। दाऊद की संपत्ति की सबसे पहले नीलामी वर्ष 2000 में हुई थी।
तब सरकार ने नीलामी का आयोजन कोबला इलाके में स्थित डिप्लोमैट होटल में किया था लेकिन किसी ने भी दाऊद की संपत्ति को खरीदने की हिम्मत नहीं दिखाई थी। इसके बाद दूसरी बार 28 मार्च 2001 को नीलामी की गई। हालांकि इस बार दिल्ली के शिवसैनिक अजय श्रीवास्तव ने नागपाडा इलाके की जयराजभाई लेन में 2 दुकानें खरीदीं।
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उसी वर्ष 20 सितंबर को दाऊद की एक और संपत्ति की नीलामी हुई। उस नीलामी में दिल्ली के ही एक व्यापारी पीयूष जैन ने हिस्सा लिया। उन्होंने दाऊद की ताडदेव इलाके की एक संपत्ति खरीदी। सरकार को दाऊद की दो संपत्तियों के खरीदार तो मिल गए। इन्होंने संपत्ति का तय मूल्य का भुगतान भी कर दिया लेकिन आज तक संपत्ति का कब्जा हासिल नहीं कर सके हैं।