हमले के बाद भी हेडली करता रहा था भारत का दौरा
लश्कर के निशाने पर न केवल मुंबई बल्कि दिल्ली का नेशनल डिफेंस कॉलेज, पुणे में भारतीय सेना की दक्षिणी कमांड, गोवा व पुष्कर जैसे शहर भी शामिल थे। इस सिलसिले में पाकिस्तानी अमेरिकन लश्कर आतंकी डेविड कोलमैन हेडली 26/11 के बाद भी कई बार भारत का दौरा और शहरों की
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लश्कर के निशाने पर न केवल मुंबई बल्कि दिल्ली का नेशनल डिफेंस कॉलेज, पुणे में भारतीय सेना की दक्षिणी कमांड, गोवा व पुष्कर जैसे शहर भी शामिल थे। इस सिलसिले में पाकिस्तानी अमेरिकन लश्कर आतंकी डेविड कोलमैन हेडली 26/11 के बाद भी कई बार भारत का दौरा और शहरों की रेकी कर चुका था। उसके भारत दौरों के पीछे लश्कर कमांडर साजिद मीर, आईएसआई के मेजर इकबाल और अलकायदा के इलियास कश्मीरी के भारत में लगातार हमले करते रहने की योजना थी।
ये भी पढ़ेंः हेडली ने बताया, शिवसेना के राजाराम को लेकर था मेजर इकबाल को संशय
वीडियो लिंक से गवाही दे रहे हेडली ने पांचवें दिन कहा कि उसने मेजर इकबाल के कहने पर 16 मार्च 2009 को पुणे में जाकर सेना की दक्षिणी कमांड का जनरल वीडियो बनाया। इसी तरह उसने बाकी के शहरों की भी रेकी की और वीडियो बनाए। मेजर इकबाल चाहता था कि हेडली सेना की दक्षिणी कमांड में सेना के ही किसी आदमी से दोस्ती करके खास जानकारी निकाले। ताकि बड़े हमलों को अंजाम दिया जा सके।
3 जुलाई से 11 सितंबर 2009 तक हेडली और लश्कर कमांडर साजिद मीर के बीच मेल के जरिए संपर्क बना था। यद्यपि, हेडली को हमले के बाद मास्टर माइंड हाफिज सईद और जकीउर्रहमान लखवी की सुरक्षा की फिक्र थी। लेकिन साजिद मीर ने कोड की भाषा में जवाब देते हुए कहा कि उन्हें कुछ नहीं होगा। हेडली ने कहा कि पाकिस्तानी सेना के एक अधिकारी अब्दुल रहमान पाशा जो बाद में लश्कर और उसके बाद अलकायदा के लिए काम करने लगे उन्होंने बताया था कि 'पाकिस्तान द्वारा की गई कार्रवाई को बेहद मामूली थी।'
ये भी पढ़ेंः हेडली का दावा, मुंबई हमले के साजिशकर्ता पाकिस्तान में कभी नहीं हुए गिरफ्तार
हेडली ने कहा कि 2008 के हमले के बाद जब वह फिर से भारत आ रहा था तो आशंकित था। उसे डर था कि उसे गिरफ्तार किया जा सकता है या फिर उसकी मौत हो सकती है। इसी कारण उसने मार्च 2009 में अपना वसीयत बनाकर अपने बिजनेस पार्टनर तहव्वुर राणा को भेजा था।सरकारी वकील निकम के सवाल खत्म होने के बाद जुंदाल के वकील ने पूछताछ के लिए चार हफ्ते के समय मांगा। अमेरिकी कोर्ट ने कहा है कि वह 22 तारीख तक तिथि और वक्त तय कर निकम को बता दें।
ये भी पढ़ेंः ईमेल में सईद के लिए 'अंकल' , लखवी के लिए 'दोस्त' लिखता था हेडली