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बस्तर की बेटी ने केबीसी में एक करोड़ जीतकर बढ़ाया छत्तीसगढ़ का मान, 7 करोड़ के सवाल पर टिकीं लोगों की निगाहें

छत्तीसगढ़ में बस्तर की बेटी अनूपा दास ने सोनी टीवी पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम कौन बनेगा करोड़पति में एक करोड़ रुपये जीत लिए हैं। पंचपथ चौक निवासी अनूपा दास अब सात करोड़ रुपये के लिए आखिरी सवाल का सामना करेंगी। कार्यक्रम का प्रसारण 25 नवंबर को होगा।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sat, 21 Nov 2020 09:41 PM (IST)Updated: Sun, 22 Nov 2020 08:55 AM (IST)
बस्तर की बेटी ने केबीसी में एक करोड़ जीतकर बढ़ाया छत्तीसगढ़ का मान, 7 करोड़ के सवाल पर टिकीं लोगों की निगाहें
कार्यक्रम का प्रसारण 25 नवंबर को होगा। सात करोड़ के सवाल पर सबकी निगाहें टिक गई हैं।

जगदलपुर, राज्य ब्यूरो। छत्तीसगढ़ में बस्तर की बेटी अनूपा दास ने सोनी टीवी पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) सीजन 2020 में एक करोड़ रुपये जीत लिए हैं। पंचपथ चौक निवासी अनूपा दास अब सात करोड़ रुपये के लिए आखिरी सवाल का सामना करेंगी। कार्यक्रम का प्रसारण 25 नवंबर को होगा। सोनी टीवी में अनूपा दास के एक करोड़ रुपये जीतने का प्रोमो दिखाया जा रहा है। प्रोमो में एंकर अमिताभ बच्चन एक करोड़ रुपये के इनाम जीतने की घोषणा कर रहे हैं। अनूपा सात करोड़ के सवाल का सामना कैसे करती हैं, इस पर सबकी निगाहें टिक गई हैं।

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केबीसी में हाट सीट तक पहुंचने वाली बस्तर की पहली प्रतिभागी है

इधर बस्तर की बेटी के केबीसी में एक करोड़ रुपये जीतने की उपलब्धि से जुड़ी खबर रविवार को यहां इंटरनेट मीडिया में सबसे ज्यादा सुर्खियों में रही। केबीसी में हाट सीट तक पहुंचने वाली वे बस्तर संभाग की अब तक की पहली प्रतिभागी हैं। दिन भर अनूपा और परिवार को बधाई देने उनके घर पर मित्रों, परिचितों का तांता लगा रहा।

कैंसर पीड़ित मां का इलाज कराने गई थीं मुंबई, लॉकडाउन में फंसीं 

पेशे से सरकारी शिक्षिका सुश्री अनूपा दास तीन बहनों में सबसे बड़ी हैं। वह शहर से सटे आसना हायर सेकंडरी स्कूल में भौतिकी की व्याख्याता हैं। पिता दिनेश चंद्र दास ज्योतिषाचार्य हैं। माता सरस्वती दास रिटायर्ड बैंकर हैं जो कुछ समय से कैंसर से पीड़ित हैं। 2019 में मां को कैंसर होने की बात सामने आने पर पूरा परिवार चिंता में डूब गया। इस दौरान इलाज पर काफी पैसे भी खर्च हुए। इस साल फरवरी में कोरोना संकट गहराने से पहले अनूपा दास मां सरस्वती दास को इलाज के लिए मुंबई लेकर गई थीं। मार्च में पूरे देश में लॉकडाउन लग गया। वहां मां-बेटी किराए का कमरा लेकर रहने को मजबूर हो गई। वहीं पर पहली बार केबीसी में जाने के लिए प्रयास करने का विचार उनके मन में आया।

केबीसी में जाने का प्रयास किया और सफल हो गई

मां का इलाज कराने के बाद कुछ समय पहले ही मां-बेटी अनलॉक-4 में जगदलपुर लौटी हैं। यहां लौटने के बाद अनूपा दास ने केबीसी में जाने का प्रयास किया और सफल हो गई।

सरकारी स्कूल से पढ़ी अनूपा की सफलता पर उत्कल समाज ने खुशी

अनूपा दास ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पंचपथ चौक स्थित कन्या शाला में शुरू की। मिडिल स्तर से हायर सेकंडरी तक की पढ़ाई महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल जगदलपुर से पूरी करके पीजी कालेज धरमपुरा से उन्होंने भौतिकी में एमएससी की डिग्री हासिल की। वे दिल्ली यूपीएससी की तैयारी के लिए गई थीं। अनूपा की सफलता पर उत्कल समाज ने खुशी जाहिर की है।


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