पिता का आर्थिक बोझ कम करने को फंदे पर झूल गई बेटी
नोट में उसने लिखा है कि वह घर की कमजोर आर्थिक स्थिति से दुखी थी। फीस की परेशानी की भी बात कही है।
नईदुनिया, इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में इंडेक्स मेडिकल कॉलेज से बीडीएस कर रही एएसआइ अमोद कुमार उईके की बेटी शिवानी (21) ने बुधवार दोपहर घर में फांसी लगा ली। उसके कमरे से सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने जिक्र किया है कि पिता का आर्थिक बोझ कम करने को वह इस दुनिया को अलविदा कह रही है।
नोट में उसने लिखा है कि वह घर की कमजोर आर्थिक स्थिति से दुखी थी। फीस की परेशानी की भी बात कही है। उसने लिखा है कि मेरे जाने के बाद पिता का आर्थिक बोझ कुछ तो कम होगा। एएसआइ की बड़ी बेटी भी निजी कॉलेज से डॉक्टरी की पढ़ाई कर रही है।
हर कोई पैसा-पैसा करता है, कभी फीस तो कभी कुछ और..
हर कोई पैसा-पैसा करता है। कभी फीस तो कभी कुछ और..। बस बहुत हो गया। मैं घरवालों को दुखी नहीं देख सकती। बेचारे दिनभर संताप में रहते हैं। मैं क्या करूं, मुझे समझ में नहीं आता। मैं सोच रही हूं। ऐसा करने पर एक का खर्च तो कम हो जाएगा। फिर इतनी दिक्कत नहीं होगी शायद। सब अच्छे से चल पाएगा। किसी को मुझसे परेशानी भी नहीं होगी। सबसे बहुत प्यार करती हूं। सबको हमेशा खुश भी देखना चाहती हूं। आप बहुत प्यार करते हैं। यह देखकर दुखी तो होंगे, लेकिन कुछ टाइम बाद सब ठीक हो जाएगा। मैं किसी पर ब्लेम नहीं कर रही हूं। मुझे लगता है कि कुछ गलत कर रही हूं पर मुझे यही सही लग रहा है। आपसे पैसे मांगने पर मुझे बहुत गिल्टी फील होती है।
(जैसा शिवानी ने सुसाइड नोट में लिखा)