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राफेल सौदे में ताजा आरोपों को फ्रांसीसी एयरोस्पेस कंपनी दासौ एविएशन ने किया खारिज, कही यह बात

फ्रांसीसी एयरोस्पेस कंपनी दासौ एविएशन (Dassault Aviation) ने भारत के साथ राफेल जेट विमानों की खरीद में भ्रष्टाचार के ताजा आरोपों को खारिज किया और कहा कि अनुबंध संरचना का किसी भी प्रकार से उल्लंघन नहीं किया गया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 08 Apr 2021 11:53 PM (IST)Updated: Thu, 08 Apr 2021 11:53 PM (IST)
राफेल सौदे में ताजा आरोपों को फ्रांसीसी एयरोस्पेस कंपनी दासौ एविएशन ने किया खारिज, कही यह बात
दासौ एविएशन ने राफेल जेट विमानों की खरीद में भ्रष्टाचार के ताजा आरोपों को खारिज कर दिया है।

नई दिल्ली, पीटीआइ। फ्रांसीसी एयरोस्पेस कंपनी दासौ एविएशन ने भारत के साथ राफेल जेट विमानों की खरीद में भ्रष्टाचार के ताजा आरोपों को खारिज किया और कहा कि अनुबंध संरचना का किसी भी प्रकार से उल्लंघन नहीं किया गया है। इससे कुछ दिन पहले फ्रांसीसी मीडिया प्रकाशन मीडियापार्ट ने देश की भ्रष्टाचार रोधी एजेंसी की जांच का हवाला देते हुए खबर प्रकाशित की थी कि दासौ एविएशन ने एक भारतीय बिचौलिये को 10 लाख यूरो (लगभग नौ करोड़ रुपये) की रिश्वत दी थी।

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इन आरोपों को खारिज करते हुए दासौ एविएशन के एक प्रवक्ता ने कहा, फ्रांसीसी भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी समेत कई आधिकारिक संगठनों द्वारा बहुत सी जांच की जाती है। 36 विमानों की खरीद में भारत के साथ हुए अनुबंध की संरचना का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है। अधिकारी ने कहा कि दासौ एविएशन ने दोहराता है कि वह आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) के रिश्वत रोधी प्रस्ताव और राष्ट्रीय कानूनों का कड़ाई से पालन करता है।

फ्रांसीसी मीडिया की खबर सामने आने के बाद बीते दिनों कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल सौदे में एक बिचौलिये को भुगतान किए जाने के दावे को लेकर सरकार की आलोचना की । उन्होंने कहा था कि कर्म किए-कराए का बहीखाता और इससे कोई बच नहीं सकता। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस रिपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सफाई मांगी थी।

दूसरी ओर भाजपा ने सारे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इसके पीछे फ्रांस में कॉरपोरेट लड़ाई की ओर इशारा किया। उनका कहना था कि राफेल को लेकर कांग्रेस लंबे समय से विवाद खड़ा करने की कोशिश करती रही है लेकिन उसे कोई सफलता नहीं मिली है।

केंद्र की राजग सरकार ने फ्रांसीसी एयरोस्पेस कंपनी दासौ एविएशन से 36 राफेल जेट खरीदने के लिए 23 सितंबर, 2016 को 59,000 करोड़ रुपये के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने विमान की दरों और कथित भ्रष्टाचार सहित इस सौदे को लेकर कई सवाल खड़े किए थे, लेकिन सरकार ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया था।


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