छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा पुलिस ने तैयार की 1000 सक्रिय नक्सलियों की कुंडली
पुलिस द्वारा तैयार बुकलेट में इलाके में सक्रिय स्थानीय नक्सलियों के साथ बाहर से आकर यहां काम कर रहे नक्सलियों का भी उल्लेख है।
योगेंद्र ठाकुर, दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ आपरेशन और मुठभेड़ के दौरान पुलिस व संयुक्त फोर्स पर ग्रामीणों को मार देने के आरोप लगते रहे हैं। इसे लेकर मानवाधिकार संगठन भी मोर्चा खोलते रहे हैं। आखिरकार पुलिस ने इसकी काट निकाल ली है। दंतेवाड़ा जिले में सक्रिय करीब एक हजार नक्सलियों की बुकलेट तैयार की गई है। इसमें उनका नाम, घर का पता, संगठन में पद, सक्रिय इलाके, घोषित इनामी की राशि, फोटो आदि शामिल हैं। इस बुकलेट को पुलिस जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत के साथ जनप्रतिनिधि और अधिकारियों को उपलब्ध कराएगी ताकि भविष्य में आपरेशन के बाद किसी तरह का संशय न रहे।
जनता को नक्सलियों के प्रति जागरूक करने में पुलिस का प्रयास कारगर साबित होगा
जनता को नक्सलियों के प्रति जागरूक करने में पुलिस का प्रयास कारगर साबित हो सकता है। इससे इलाके के लोग भी जान सकेंगे कि नक्सलियों की सूची में गांव या क्षेत्र के कौन व्यक्ति शामिल हैं। जब भी मारे गए नक्सली को लेकर किसी प्रकार के सवाल उठाए जाएंगे, पुलिस के पास जवाब के साथ प्रमाण भी साथ रहेगा। पुलिस ने यह बुकलेट आत्मसमर्पित नक्सलियों, डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के जवानों (आत्मसमर्पित नक्सलियों को ही बनाया जाता है) और मुखबिरों की तहकीकात व पुष्टि के बाद तैयार की है। संबंधित थानों से भी नक्सलियों से जुड़ी जानकारी ली गई है। बुकलेट में ऐसे नक्सलियों के नाम हटा दिए गए हैं, जो नक्सलियों का साथ छोड़ चुके हैं।
स्थानीय और बाहरी, दोनों नक्सली, इनामी नक्सलियों की संख्या करीब 500
पुलिस द्वारा तैयार बुकलेट में इलाके में सक्रिय स्थानीय नक्सलियों के साथ बाहर से आकर यहां काम कर रहे नक्सलियों का भी उल्लेख है। इसी तरह यहां के कौन से नक्सली दूसरी जगह पर कार्य कर रहे हैं, इसका भी विवरण दिया गया है। इनमें इनामी नक्सलियों की संख्या करीब 500 है। शेष नक्सली जनमिलिशिया सदस्य व अन्य हैं।
सक्रिय नक्सलियों की प्रोफाइल निकाली जा रही है
दंतेवाड़ा और बॉर्डर इलाके में सक्रिय नक्सलियों की प्रोफाइल बुकलेट के रूप में निकाली जा रही है। बुकलेट सभी थानों, शासकीय दफ्तरों, जनप्रतिनिधियों और ग्राम पंचायतों को दी जाएगी। इससे आपरेशन और पुलिस की अन्य कार्रवाई के दौरान पारदर्शिता बनी रहेगी -डॉ. अभिषेक पल्लव, एसपी, दंतेवाड़ा।