छत्तीसगढ़ हमला: किसी अज्ञात शख्स की मुखबिरी की वजह से गई 7 जवानों की जान
सीआरपीएफ के मुताबिक इस बात के कई सबूत मिले हैं कि किसी ने नक्सलियों को इस बात की जानकारी दी थी कि सेना का एक वाहन किस रास्ते से होकर गुजरने वाला है
रायपुर। सीआरपीएफ के मुताबिक बुधवार को दंतेवाडा में हुए हमले से पहले किसी ने नक्सलियों को सेना के मुवमेंट की जानकारी दी थी। सीआरपीएफ के मुताबिक इस बात के कई सबूत मिले हैं कि किसी ने नक्सलियों को इस बात की जानकारी दी थी कि सेना का एक वाहन उस रास्ते से होकर गुजरने वाला है जिसके बाद नक्सलियों ने उस रास्ते पर करीब 50 से 60 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल कर सेना की गाड़ी को उड़ा दिया जिसमें सेना के 7 जवान शहीद हो गए।विस्फोट इतना जबरदस्त था कि गाड़ी के परखच्चे तक उड़ गए और धमाके वाली जगह प चार फिट तक गढ्ढा हो गया।
सीआरपीएफ के महानिदेशक के दुर्गा प्रसाद ने कहा कि ये साफ है कि सेना के भीरत या बाहर के किसी व्यक्ति ने सेना के काफिले के बारे में जानकारी लीक की। सीआरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक इस मामले में एक जांच टीम का गठन किया गया है साथ ही साथ दूसरे तरीकों से ये भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है नक्सलियों को सूचना देने वाला व्यक्ति सेना के भीतर से है या किसी बाहरी ने जवानो के बारे में नक्सलियों को सूचना दी।
खूफिया विभाग द्वारा मिल रही जानकारी के मुताबिक दो से तीन नक्सलियों ने छिपकर इस घटना को अंजाम दिया। सेना का टाटा 407 मिनी ट्रक जब उस रास्ते से गुजरा तो उन्होंने तार जोड़कर धमाका किया। इस मामले की जांच के लिए सीआरपीएफ ने पूना से आईडी विशेषज्ञों की एक टीम को बुलाया है जो मामले की जांच कर रही है।
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