मध्य प्रदेश में दलित दूल्हे के साथ दबंगों ने किया भेदभाव, मंदिर में नहीं करने दिया प्रवेश
मध्य प्रदेश में एक दलित दूल्हे को मंदिर में जाने से कुछ दबंगों ने रोका और उन्हे दलित होने के चलते मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया।
भोपाल, एएनआइ। देशभर में जातिवाद भेदभाव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन जाति के नाम पर भेदभाव के अलग-अलग केस देखने और सुनने को मिलते हैं। हाल ही में मध्य प्रदेश से एक ऐसी खबर आई है जिसे पढ़कर या सुनकर आपको भी गुस्सा जरुर जाएगा। खबर है कि मध्य प्रदेश में एक दलित दूल्हे को मंदिर में जाने से कुछ दबंगों ने रोका और उन्हे दलित होने के चलते मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया। घटना बिरोदा गांव( Biroda village) की है। वहीं इस पूरे मामले में उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) काशीराम बडोले ने पुष्टि की कते हुए कहा कि इस मामले के बारे में उन्हें शिकायत प्राप्त हुई थी और जो भी दोषी पाए गए हैं उनके खिलाफ त्वरित कार्रवाई होगी।
काशीराम बडोले ने बताया कि कलेक्टर को शिकायत मिली कि कुछ बदमाशों ने दलित परिवार को मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया। कलेक्टर ने पुलिस अधिकारियों को दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिए हैं।
दूल्हे संदीप गवले ने कहा कि उन्होंने मंदिर में शादी करने के लिए कलेक्टर से पूर्व स्वीकृति ले थी, लेकिन जब शादी होने वाली थी तो दबंगो ने गुरुवार को मंदिर के द्वार बंद कर दिए और उन्हें अंदर घुसने नहीं दिया। दूल्हे ने कहा कि गांव में बदमाशों ने हमें मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी क्योंकि हम एक नीची जाति से आते हैं। संदीप गवले ने कहा कि हमने मंदिर में शादी की व्यवस्था के लिए कलेक्टर से भी पहले मंजूरी मांगी थी, लेकिन फिर भी हमारे साथ ऐसा हुआ। इसके अलावा संदीप ने आरोप लगाया कि मंदिर के ट्रस्टियों के आदेश पर मंदिर के द्वार बंद कर दिए गए थे।
इस बीच लालबाग पुलिस स्टेशन के एसएचओ बिक्रम सिंह बोमनिया ने कहा कि दलित परिवार को सुरक्षा प्रदान की गई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमे इसकी शिकायत मिलने के बाद घटनास्थल पर एक टीम भेजी है जो पूरे मामले की छानबीन करेगी। छानबीन के बाद दोषी पाए जाने वाले दबंगों के खिलाफ कार्रवाई होगी।