'स्वच्छता ही सेवा अभियान' का उद्देश्य बापू के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करनाः मोदी
शनिवार से शुरू हो रहा स्वच्छता ही सेवा अभियान दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती तक चलेगा।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। स्वच्छता किसी समाज की क्षमता और सोच का दर्पण है और सिर ऊंचा कर आगे बढ़ने की पहली शर्त भी। दैनिक जागरण ने स्वच्छता को अपने सात सरोकारों में शामिल किया है। साथ ही जमीनी स्तर पर भी सक्रिय भूमिका निभाई है। इसे पहचानते हुए ही नरेंद्र मोदी सरकार ने मीडिया समूह से दैनिक जागरण को समाज में स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने की महती जिम्मेदारी सौंपी है। दैनिक जागरण ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के अंतर्गत समाज के प्रतिनिधियों को जोड़ते हुए इसे और तेजी देगा।
'स्वच्छता ही सेवा अभियान' का उद्देश्य बापू के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करना है। स्वच्छ भारत से रोगों से निपटने में मदद मिलेगी। पिछले 4 साल में देश में 9 करोड़ टॉयलट बनाए गए। स्वच्छ्ता की कमी गरीबों को रोगों के दलदल में धकेल देती है। इस मौके पर अमिताभ बच्चन ने कहा कि मुंबई के वर्सोवा बीच में काफी गंदगी थी, उसे हम सबने मिलकर साफ किया गया। वर्सोवा बीच की सफाई के लिए मशीनों और कूड़ा उठाने वाले वाहन की व्यवस्था मैंने करवाई। पीएम मोदी ने कहा कि अमिताभ बच्चन ने स्वच्छता के लिए लोगों को जागरूक किया, उन्हें बधाई। स्व्चछता ही नहीं, कई सामाजिक अभियानों में अमिताभ बच्चन जी का योगदान। इस मौके पर रतन टाटा ने कहा कि स्वच्छता के इस मूवमेंट से रोगों से लड़ने में मदद मिलेगी। पीएम मोदी ने कहा कि टाटा ट्रस्ट ने स्वच्छता के इस मिशन के लिए 100 करोड़ रुपये का योगदान किया। इसके साथ ही पीएम मोदी ने आईटीबीपी के द्वारा लेह की पैंगौंग झील की सफाई के लिए धन्यवाद दिया। कहा कि आईटीबीपी के साथियों को मैं नमन करता हूं, जहां भी जरूरत हो आप सबसे पहले हाजिर रहते हैं।
शनिवार से शुरू हो रहा 'स्वच्छता ही सेवा अभियान' दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती तक चलेगा। इस अभियान के तहत ही प्रधानमंत्री शनिवार को देशवासियों को संदेश दिया। इनमें जग्गी वासुदेव, मां अमृतानंदमयी, श्री श्री रविशंकर, अमिताभ बच्चन, रतन टाटा जैसे बड़े नामों के साथ स्कूली बच्चों के समूहों, जवानों से भी बात होगी और दैनिक जागरण से भी।
देश के बड़े भूभाग पर सात करोड़ से ज्यादा पाठकों के साथ मौजूद दैनिक जागरण समाज के उत्थान में अहम भूमिका निभाने के लिए तैयार है। ध्यान रहे कि स्वच्छता समेत स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण जैसे सात सरोकार दैनिक जागरण की संपादकीय रीति-नीति के निर्धारण में खास रहे हैं। इन सरोकारों के प्रति जागरण की प्रतिबद्धता ने समाज के कई क्षेत्रों में सार्थक बदलाव का मार्ग प्रशस्त किया है।
बात चाहे देश के दो दर्जन से ज्यादा शहरों में चले मिशन 1000 टन की हो या फिर नष्ट हो तालाबों के पुनरुद्धार की, दैनिक जागरण ने हमेशा ही समाज के सजग प्रहरी के रूप में अपने दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन किया है।