सरहद पर तैनात जवानों के लिए दैनिक जागरण मना रहा है 'भारत रक्षा पर्व'
सरहद पर तैनात हमारे देश के फौजी भाई, जो देश की रक्षा में जुटे हैं, उनको इस पावन मौके पर कैसे भूला जा सकता है।
नई दिल्ली, जेएनएन। रक्षाबंधन पर भाई की कलाई पर बहनें जो धागा बंधती हैं, वह उनकी लंबी उम्र की कामना के लिए होता है और उसके बाद भाई अपनी बहन की रक्षा का वचन देता है। सरहद पर तैनात हमारे देश के फौजी भाई, जो देश की रक्षा में जुटे हैं, उनको इस पावन मौके पर कैसे भूला जा सकता है।
'दैनिक जागरण' ने बहनों के प्यार के इस धागे को सीमा पर तैनात फौजी भाइयों की कलाइयों तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया हुआ है। करीब डेढ़ दशक से हर वर्ष 'दैनिक जागरण' रक्षा बंधन के त्योहार के पहले भारत रक्षा पर्व का आयोजन करता है। करीब महीने भर तक भारत रक्षा पर्व का आयोजन किया जाता, जिसके लिए तीन रक्षा रथ दस राज्यों के करीब ढाई सौ छोटे-बड़े शहरों से गुजरते हुए सीमा पर पहुंचते हैं।
पिछले वर्ष दैनिक जागरण के इस अभियान में बहनों ने भौजी भाइयों के लिए करीब बीस लाख राखियां दीं थीं, जिनको सीमा पर जाकर जवानों की कलाई पर सजाया गया था। इस बार तीन रक्षा रथ तो चलेंगे ही साथ ही उन वीर जवानों को सम्मानित भी किया जाएगा, जिन्होंने अपने अदम्य साहस और वीरता से देश की रक्षा में योगदान किया।
इस वर्ष भारत रक्षा पर्व 27 जुलाई से 29 अगस्त तक मनाया जाएगा। भारत रक्षा पर्व की शुरुआत कानपुर से होगी। कानपुर से दो रक्षा रथ निकलेंगे जो अलग-अलग रूट से करीब दस हजार से अधिक किलोमीटर की यात्रा करते हुए जम्मू और सिलिगुड़ी पहुंचेंगे। तीसरा रक्षा रथ रायपुर से निकलेगा जो छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के बड़े शहरों से होता हुआ अमृतसर पहुंचेगा, जहां समारोहपूर्वक देश भर से जमा की गई राखियां सैनिक भाइयों की कलाइयों पर बांधी जाएंगीं।
आप भी भेजिए शुभकामना संदेश व राखी
पिछले साल दैनिक जागरण के इस अभियान के माध्यम से पांच लाख से अधिक शुभकामना संदेश के कार्ड सैनिकों के लिए भेजे गए थे । आप भी सीमा पर तैनात अपने भाइयों को राखी और संदेश भेज सकते हैं। भारत रक्षा पर्व के साथ जुडि़ए, सैनिकों के लिए राखियां भेजिए।