ओडिशा में Cyclone Fani का खौफ, डॉक्टरों की छुट्टियां रद, पर्यटकों को 'पुरी' खाली करने का निर्देश
चक्रवाती तूफान फानी को लेकर ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में यलो वार्निंग के साथ ही सरकारी डॉक्टरों की छुट्टियां रद कर दी गई हैं। तूफान से निपटने के लिए नौसेना पूरी तरह से तैयार है।
भुवनेश्वर, एएनआइ। चक्रवाती तूफान फानी को लेकर पूरा देश पहले से ही अलर्ट है। किसी बड़े संकट से बचने के लिए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने ओडिशा में 'यलो वार्निंग' जारी की है। पुरी प्रशासन ने पर्यटकों को दो मई यानी गुरुवार तक पुरी छोड़ने का निर्देश दिया है। इसके पहले सरकार की ओर से आने वाले दिनों में पर्यटकों की यात्रा रद करने का भी निर्देश दिया गया है। वहीं, अब प्रशासन ने सरकारी डॉक्टरों की छुट्टियां भी रद कर दी हैं। तूफान से निपटने के लिए भारतीय नौसेना ने पूरी कमर कस ली है।
चक्रवाती तूफान फानी को लेकर ओडिशा में खौफ का माहोल है। राज्य में यलो वार्निंग के चलते अब प्रशासन की ओर से स्वास्थ्य कर्मचारी समेत सभी सरकारी डॉक्टरों की छुट्टियां रद कर दी गई हैं। सरकारी स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सभी डॉक्टरों की छुट्टियां 15 मई तक रद की गई है। प्रशासन दारा जारी किए गए निर्देश के अनुसार सभी डॉक्टरों को बुधवार शाम तक मुख्यालय में रिपोर्ट करना है।
तूफान से निपटने को लेकर नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने कहा कि चक्रवाती तूफान फानी से निपटने के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं। पूर्वी नौसेना को विशाखापत्तनम में पूरी तरह से तैयार कर दिया गया है। तूफान के खतरों से बचने के लिए सभी आवश्यक उपाय कर लिए गए हैं। आंध्र प्रदेश और ओडिशा राज्य में आने वाले चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए भारतीय नौसेना पूरी तरह से तैयार है।
बता दें कि मंगलवार सुबह वैज्ञानिकों ने कहा था कि ओडिशा में अगले कुछ घंटों में चक्रवाती तूफान बेहद खतरनाक रूप ले सकता है। मौसम विभाग के अनुसार ओडिशा के बौध, कालाहांडी, संबलपुर, देवगढ़ और सुंदरगढ़ जैसे अलग-अलग स्थानों पर फानी तूफान के चलते भारी बारिश हो सकती है। वहीं, खासकर राज्य के बौध, कालाहांडी, संभलपुर देवगढ़ और सुंदरगढ़ में फानी चक्रवात तूफान के असर को ज्यादा देखा जा सकता है।
गृह मंत्रालय के आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, चक्रवाती तूफान फानी बुधवार दोपहर तक उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। इसके बाद फानी तूफान उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ेगा, इसके साथ ही यह चक्रवाती तूफान गोपालपुर और चंदबली के बीच ओडिशा तट को पार करेगा। वहां से, यह तीन मई यानी शुक्रवार की दोपहर के आसपास पुरी के दक्षिण में चलेगा इस दौरान चक्रवाती फानी तूफान की अधिकतम गति 175-185 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 205 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।
ओडिशा में चक्रवात तूफान फानी को लेकर मौसम विभाग ने बताया कि गंजम, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा जिलों में 150 -160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ तेज हवाएं चल सकती है। गजपति, खुर्दा, कटक, जाजपुर, भद्रक जिलों में 110-120 किमी प्रति घंटे से लेकर 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है। ओडिशा के बालासोर में 80-90 किमी प्रति घंटे रफ्तार से शुक्रवार की शाम तक ओडिशा के बाकी जिलों में भी तूफान कहर बरपा सकता है। शुक्रवार को नयागढ़, अंगुल, क्योंझर, मयूरभंज, ढेंकनाल और स्क्वैली में 30-40 किमी प्रति घंटे से लेकर 30-90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है।
क्या है, यलो वार्निंग
मौसम विभाग किसी बड़े संकट से बचने के लिए तीन वार्निंग जारी करता है। ये वार्निंग ग्रीन, रेड और यलो हैं। मौसम विभाग के अनुसार यलो वार्निंग का मतलब जस्ट वॉच होता है। इसका मतलब है कि खतरे के प्रति सचेत रहें। यलो वार्निंग के तहत लोगों को सचेत रहने के लिए अलर्ट किया जाता है।
गौरतलब है कि चक्रवाती फानी तूफान के अलर्ट को लेकर पीएम मोदी ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कमेटी (एनसीएमसी) ने बैठक कर हालात का जायजा लिया था। चक्रवाती फानी तूफान को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा था , 'चक्रवात फानी के कारण उत्पन्न स्थिति के बारे में अधिकारियों से बात की है। उन्हें सुरक्षात्मक उपाय करने और हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार रहने को कहा है। साथ ही उनसे प्रभावित राज्यों की सरकारों के साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया है। मैं सभी की सुरक्षा और सलामती के लिए प्रार्थना कर रहा हूं।'