Move to Jagran APP

Cyclone Amphan News Update : लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने सहित सभी एहतियाती कदम उठाये गए हैं : ममता

लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने सहित सभी एहतियाती कदम उठाये गए हैं ममता

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 17 May 2020 11:17 PM (IST)Updated: Mon, 18 May 2020 09:59 PM (IST)
Cyclone Amphan News Update : लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने सहित सभी एहतियाती कदम उठाये गए हैं : ममता
Cyclone Amphan News Update : लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने सहित सभी एहतियाती कदम उठाये गए हैं : ममता

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि चक्रवाती तूफान एम्फन के चलते पैदा होने वाली किसी अकस्मात स्थिति से निपटने के लिये तटीय इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने सहित सभी एहतियाती कदम उठाये गये हैं। यह तूफान राज्य की ओर तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) को जोखिम वाले इलाकों में भेजा गया है। राज्य सचिवालय नवान्न में पत्रकारों से बात करते हुए ममता ने कहा, ‘‘हम एम्फन के लिए स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।

loksabha election banner

मुख्य सचिव राजीव सिन्हा, गृह सचिव अलापन बंदोपाध्याय और आपदा प्रबंध विभाग स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है।’’ एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि राहत सामग्री, पैक भोजन, अन्य जरूरी वस्तुएं राज्य के तटीय इलाकों में भेजी गई हैं। दरअसल, चक्रवात एम्फन एक प्रचंड तूफान में तब्दील हो गया है और इसके उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी से गुजरने, बंगाल एवं बांग्लादेश तट को दीघा एवं हतिया द्वीप के बीच से 20 मई को पार करने की संभावना है। मौसम विभाग ने बंगाल को ‘ऑरेंज’ चेतावनी जारी की है।

साथ ही, कोलकाता, हुगली, हावड़ा, उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना तथा पूर्वी मिदनापुर जिलों में बड़े पैमाने पर नुकसान होने के प्रति आगाह किया। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात एम्फन से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिये एक उच्च स्तरीय बैठक की, जिसमें राज्य के रेजीडेंट कमिश्नर शरीक हुए। हालांकि, मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें इस बैठक के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

ममता ने कहा कि केंद्र सरकार ने समीक्षा बैठक बुलाते समय प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया क्योंकि उसने राज्य से संपर्क नहीं किया। ममता ने कहा, ‘‘मेरे पास ज्यादा सूचना नहीं है...यहां तक कि मुख्य सचिव को जानकारी नहीं थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नियम यह है कि यदि आप बैठक में राज्य के किसी अधिकारी को बुला रहे हैं तो सरकार को इस बारे में सूचना देनी चाहिए, या यह मुख्य सचिव के परामर्श के साथ किया जाना चाहिए। हालांकि, किसी से मशविरा नहीं किया गया। मैं नहीं जानती कि इसे असंवैधानिक कहा जाना चाहिए, या नहीं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘...इसमें रेजीडेंट कमिश्नर का क्या काम था...क्या वह राज्य सरकार है? मुझे लगता है कि गृह मंत्रालय को गुमराह किया गया...। सिर्फ भगवान जानते हैं कि क्या हुआ।’’ मुख्यमंत्री ने राज्य के तटीय इलाके में रह रहे लोगों से अगले तीन-चार दिनों तक सतर्क रहने को कहा है। उन्होंने कहा, ‘‘दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना और पूर्व मिदनापुर में रह रहे लोगों को, खासतौर पर कच्चे मकानों में रहने वाले लोगों को, सावधान रहना चाहिए। ममता ने कहा, ‘‘मुझे बताया गया है कि तूफान उग्र रूप धारण कर रहा है। हमने अधिकारियों को लोगों को इस बात के लिये मनाने का निर्देश दिया है कि वे लॉकडाउन के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।’’ उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमें जिलों में भेजी गई हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.