सीवीसी ने शुरू की सीबीआइ अफसरों की जांच, अधिकारियों से होगी पूछताछ
केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने कुछ अहम मामलों की जांच कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) के अधिकारियों से पूछताछ शुरू कर दी है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने कुछ अहम मामलों की जांच कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) के अधिकारियों से पूछताछ शुरू कर दी है। सीबीआइ के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना ने सीबीआइ निदेशक आलोक वर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतों में इन अधिकारियों का जिक्र किया था।
सीवीसी के अधिकारियों ने बताया कि इंस्पेक्टर से लेकर एसपी स्तर तक के अधिकारियों ने एक वरिष्ठ अधिकारी के समक्ष उनके बयान दर्ज कराए। जिन अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, उनमें मोइन कुरैशी घूसकांड, पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव से जुड़े आइआरसीटीसी घोटाला की जांच कर रहे अधिकारी शामिल थे।
अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ के लिए सीबीआइ मुख्यालय और कोच्चि समेत कुछ क्षेत्रीय दफ्तरों से भी अधिकारियों को तलब किया गया था। सीबीआइ अधिकारियों से उन मामलों की विस्तार से जानकारी मांगी गई, जिसकी वो जांच कर रहे हैं। पूछताछ में इन मामलों की जांच में वर्मा के दखल की बात सामने आई है।
सीवीसी ने यह कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश के बाद शुरू की, जिसमें सर्वोच्च अदालत ने सीवीसी से वर्मा के खिलाफ लगाए गए अस्थाना के भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच दो हफ्ते में खत्म करने को कहा है।
गौरतलब है कि आपस में झगड़ रहे सीबीआइ के इन दोनों अधिकारियों ने एक-दूसरे के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं, जिसके बाद केंद्र सरकार ने दोनों को छुट्टी पर भेज दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया है कि सीवीसी सर्वोच्च अदालत के सेवानिवृत जज जस्टिस ए के पटनायक की निगरानी में वर्मा के खिलाफ जांच करेगी, जो एक अपवाद है। वर्मा ने खुद को ड्यूटी से हटाने और छुट्टी पर भेजने के सरकार के फैसले को चुनौती दी है।
सीबीआइ ने अस्थाना और अपने विभाग में एसपी देवेंद्र कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया है। सीबीआइ देवेंद्र कुमार को गिरफ्तार भी कर चुकी है। अस्थाना पर मीट कारोबारी मोइन कुरैशी के खिलाफ चल रही जांच को प्रभावित करने के लिए हैदराबाद के व्यवसायी सना सतीश बाबू से दो करोड़ रुपये घूस लेने का आरोप है।