घाटी में लगातार 42वें दिन ठप रहा जनजीवन
ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस ने शुक्रवार को हड़ताली कैलेंडर के तहत लोगों से बड़गाम के बीरवाह-आरीपांथन इलाके का रुख करने का आह्वान किया था।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर। प्रशासन व सुरक्षाबलों ने शुक्रवार को अलगाववादियों के बीरवाह चलो मार्च को नाकाम बनाते हुए सैयद अली शाह गिलानी व मीरवाइज समेत कई अलगाववादी नेताओं को हिरासत में ले लिया।
इस बीच, प्रदर्शनकारियों ने उत्तरी कश्मीर के बांडीपोर के सोनावारी इलाके में स्थित बार्डर रोड आर्गेनाइजेशन (बीआरओ) के कार्यालय पर हमला किया, जिसे सुरक्षाबलों ने आंसू व मिर्ची गैस के गोले दागकर नाकाम बना दिया। वहीं वादी में कफ्र्यू तथा कड़ी प्रशासनिक पाबंदियों के बीच प्रदर्शनकारियों तथा सुरक्षाबलों के बीच जारी रही हिंसक झड़पों में करीब 35 प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस ने शुक्रवार को हड़ताली कैलेंडर के तहत लोगों से बड़गाम के बीरवाह-आरीपांथन इलाके का रुख करने का आह्वान किया था। इसे देखते हुए सुरक्षाबलों ने बड़गाम की तरफ जाने वाले सभी रास्तों पर कंटीली तारें बिछा दी थीं। बावजूद इसके हुर्रियत नेता गिलानी व मीरवाइज ने साथियों के साथ अपने-अपने निवास से निकल बड़गाम की तरफ मार्च करने का प्रयास किया, लेकिन सुरक्षाबलों ने उन्हें निवास के बाहर ही हिरासत में ले लिया।
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जनजीवन अस्त-व्यस्त :
वादी में 42वें दिन भी लगातार हड़ताल, कफ्र्यू तथा कड़ी प्रशासनिक पाबंदियों के चलते आम जनजीवन अस्तव्यस्त रहा। उत्तरी कश्मीर से लेकर दक्षिणी कश्मीर तक सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान व शैक्षणिक संस्थान बंद रहे। सरकारी कार्यालयों में भी कर्मचारियों की हाजिरी नाममात्र रही, जबकि सड़कों से वाहन गायब रहे। रेल सेवा भी लगातार बंद रही।
बीएसएनएल नेटवर्क भी बाधित :
वादी में निजी संचार कंपनियों का नेटवर्क बंद होने के बाद शुक्रवार को बीएसएनएल फोन सेवा भी बाधित रही। हालांकि बीएसएनएल ही एकमात्र संचार सेवा थी, जो बिना बाधा के जारी थी, लेकिन शुक्रवार फोन व ब्राडबैंड सेवा भी बाधित रही।
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