आतंकियों को धूल चटाने के लिए CRPF को 176 बख्तरबंद वाहनों और 42 हजार बुलेटप्रूफ जैकेटों को मंजूरी
आतंकियों और नक्सलियों से मोर्चा लेने में जुटे केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को और सशक्त तथा प्रभावी बनाने के लिए सरकार ने बड़े कदम उठाए हैं।
नई दिल्ली, पीटीआइ। कश्मीर घाटी में आतंकियों और कई प्रदेशों में नक्सलियों से मोर्चा लेने में जुटे केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को और सशक्त तथा प्रभावी बनाने के लिए सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। गृह मंत्रालय ने बल के लिए 40 हजार से ज्यादा लाइट बुलेटप्रूफ जैकेट व 170 से अधिक बख्तरबंद वाहनों की मंजूरी दे दी है।
अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ को 80 मारुति जिप्सी प्रदान की गई हैं। री-फैब्रिकेट करते हुए इनके भीतर सुरक्षा उपायों को बढ़ाया गया है। ये वाहन गोलियों की बौछार से लेकर ग्रेनेड हमला व पत्थरबाजी को भी झेल सकते हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुल 176 मध्यम बुलेटप्रूफ वाहन प्रदान किए गए हैं, जिनमें 5-6 लोगों के बैठने की क्षमता है। इन वाहनों को आतंक प्रभावित और नक्सलग्रस्त क्षेत्रों की सीआरपीएफ यूनिटों को प्रदान किया जाएगा।
सीआरपीएफ के आधुनिकीकरण के काम को आगे बढ़ाते हुए सरकार ने 42,000 लाइट बुलेटप्रफ जैकेट को मंजूरी प्रदान की है। ये जैकेट छाती व गर्दन के अलावा शरीर के अन्य महत्वपूर्ण हिस्सों को भी सुरक्षा प्रदान करते हैं। इनका वजन भी पुराने जैकेट से 40 फीसद कम है। पुराने जैकेट 7-8 किलोग्राम के होते थे।
गौरतलब है कि 3.25 लाख की क्षमता वाले सीआरपीएफ की 70 बटालियन फिलहाल कश्मीर घाटी व 90 यूनिट नक्सल प्रभावित राज्यों में तैनात हैं। एक बटालियन में करीब 1,000 जवान शामिल होते हैं। इसके अलावा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों की एक समिति गठित की है जो शौचालयों व बैरकों में शारीरिक दूरी बनाए रखने के उपायों का सुझाव देगी ताकि बल में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।