CRPF को मिले आधुनिक सर्विलांस उपकरण, नक्सलियों तक बढ़ेगी पहुंच
सीआरपीएफ के महानिदेशक ने बताया कि बल को हाल ही में अत्याधुनिक मानवरहित विमान और ऊष्मा से उपस्थिति जानने वाले उपकरण मिले हैं।
नई दिल्ली, प्रेट्र। हाल में आकाश से नजर रखने के मिले आधुनिक उपकरणों के इस्तेमाल से सीआरपीएफ अब जंगल में छिपे नक्सलियों के और करीब पहुंच पाएगी और उन पर कार्रवाई कर सकेगी। यह बात सीआरपीएफ (केंद्रीय आरक्षित पुलिस बल) के प्रमुख एपी माहेश्वरी ने कही है। सीआरपीएफ के महानिदेशक ने बताया कि बल को हाल ही में अत्याधुनिक मानवरहित विमान और ऊष्मा से उपस्थिति जानने वाले उपकरण मिले हैं। इन उपकरणों और अपनी खुफिया टीम की मदद से बल अब नक्सलियों के और करीब तक पहुंच पाएगा-उनके खिलाफ कार्रवाई कर पाएगा।
इसके लिए जल्द बेहतर तालमेल वाली रणनीति बनाई जाएगी और उस पर कार्य होगा। इससे निकट भविष्य में वामपंथी चरमपंथ को खत्म करने में मदद मिलेगी। इस तरह के खुफिया उपकरण जमीन पर कार्य करने वाले बलों के लिए बहुत मददगार होते हैं। इनसे सुरक्षा बलों को होने वाला नुकसान बहुत कम हो जाता है और सटीक कार्रवाई की संभावना बढ़ जाती है।
बिना विलंब के मिलने वाली सूचना से सुरक्षा बलों को अपनी रणनीति में बदलाव और कार्रवाई या बचाव का मौका मिल जाता है। इससे अब छत्तीसगढ़ जैसे नक्सलियों के मजबूत गढ़ में सुरक्षा बल को खासतौर पर बहुत मदद मिलेगी। माहेश्वरी ने बताया कि सीआरपीएफ और अन्य एजेंसियों ने जिस तरह से नक्सल प्रभावित इलाकों में सड़कों का निर्माण किया है, उससे यह सोच खत्म हो गई है कि सुरक्षा बल नक्सलियों के इलाके में नहीं पहुंच सकते हैं। अब उन्हीं का फायदा उठाकर कार्रवाई होगी।
कोरोना संकट के चलते अर्धसैनिक बलों के आवागमन पर 5 अप्रैल तक लगी पाबंदी
अर्धसैनिक बलों के कार्मिकों के आवागमन, नई जगह तैनाती, छुट्टी पर जाने अथवा रोजमर्रा के कामों पर पांच अप्रैल तक तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। रविवार को यह जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने कहा कि कार्मिकों को जो जहां हैं उसको वहीं रहने की हिदायत दी गई है। इसके साथ ही सभी जवानों व अधिकारियों से एक फार्म भरकर इस बात की तस्दीक करने को कहा गया है कि उनके परिवार के किसी सदस्य ने हाल के दिनों में विदेश यात्रा तो नहीं की। यदि ऐसा है तो उन्हें यह भी बताना होगा कि वे निर्धारित अवधि तक आइसोलेशन में रहे कि नहीं।