Covid vaccination: कई बड़े उद्योगपतियों ने सरकार से किया आग्रह, सभी के लिए खोला जाए टीकाकरण
देश में कोरोना महामारी के दूसरे फेज के गंभीर रूप लेते देख देश के उद्योग जगत में भी बेचैनी है। कई बड़े उद्योगपतियों ने सरकार से आग्रह किया है कि वह टीकाकरण की गति को तेज करने में कोई कसर नहीं छोड़े।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। देश में कोरोना महामारी के दूसरे फेज के गंभीर रूप लेते देख देश के उद्योग जगत में भी बेचैनी है। कई बड़े उद्योगपतियों ने सरकार से आग्रह किया है कि वह टीकाकरण की गति को तेज करने में कोई कसर नहीं छोड़े। उद्योग जगत से जुड़े लोगों को इस बात का डर है अब जबकि देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर आ रही थी, तब कोरोना की दूसरी लहर बड़ी मुसीबत ना खड़ी कर दे। कंपनियां सरकार से नियमों में ढिलाई करने का आग्रह भी कर रही हैं ताकि वो अपने सारे कर्मचारियों का टीकाकरण कर सके।
अर्थव्यवस्था में सुधार की गति प्रभावित होने से सहमा उद्योग जगत
प्रसिद्ध उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने कहा, 'मैं फिर से आग्रह करूंगा कि जिन राज्यों में तेजी से कोरोना का फैलाव हो रहा है वहां टीकाकरण को सभी के लिए खोल दिया जाए। युवा लोग भी तेजी से इसका फैलाव करा रहे हैं। वितरण चैनलों का भी विस्तार किया जाए। कंपनियों को इस बात की इजाजत दी जानी चाहिए कि वो अपने सारे कर्मचारियों को टीका दिला सकें, खास तौर पर फैक्टि्रयों में।''
Apologies for being repetitive. I again plead for fully opening vaccination eligibility in these states. Young people are also super spreaders. Widen distribution channels. Please allow companies to take responsibility for the vaccination of their people, especially in factories https://t.co/yn7jybgvvO" rel="nofollow— anand mahindra (@anandmahindra) March 24, 2021
दूसरी लहर को अब रोकना जरूरी
एक दूसरे बड़े उद्योगपति उदय कोटक ने कहा, 'महामारी और वैक्सीन के बीच जबरदस्त जंग जारी है। दूसरी लहर को अब रोकना जरूरी हो गया है। हमें ज्यादा बेहतर तरीके से तैयार होना चाहिए, ताकि मृतकों की संख्या कम हो। आत्मसंतुष्टि वाली मानसिकता हम सभी के लिए सबसे बड़ा खतरा है।'
Battle between vaccine and virus in full cry. 2nd wave needs to be managed. We better prepared and mortality lower. Complacent mindset is the biggest risk for us all.— Uday Kotak (@udaykotak) March 25, 2021
इन दोनों ने जिस खतरे की तरफ इशारा किया है, उसका असर शेयर बाजार में भी साफ तौर पर दिख रहा है। भारतीय शेयर बाजार में पिछले दो दिनों के भीतर 1611 अंकों की गिरावट हो चुकी है। यूरोपीय और एशिया के दूसरे शेयर बाजारों में भी इसी आशंका से गिरावट हो रही है कि कोरोना महामारी का दूसरी लहर आर्थिक हालात को सुधारने की रफ्तार सुस्त कर सकती है।