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Covid 19 Update: देश में आर वैल्यू और घटी, 15 दिन में चरम पर होगी तीसरी लहर

कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में कुछ राहत के संकेत मिले हैं। 14-21 जनवरी के दौरान आर वैल्यू और घटकर 1.57 हो गई है। आइआइटी मद्रास के प्रारंभिक विश्लेषणों के मुताबिक अगले एक पखवाड़े में महामारी की तीसरी लहर अपने चरम पर हो सकती है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 23 Jan 2022 09:16 PM (IST)Updated: Sun, 23 Jan 2022 11:06 PM (IST)
Covid 19 Update:  देश में आर वैल्यू और घटी, 15 दिन में चरम पर होगी तीसरी लहर
कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में कुछ राहत के संकेत मिले हैं।

नई दिल्ली, प्रेट्र। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में कुछ राहत के संकेत मिले हैं। देश में वायरस के प्रसार की रफ्तार कम हुई है। 14-21 जनवरी के दौरान आर वैल्यू और घटकर 1.57 हो गई है। आइआइटी मद्रास के प्रारंभिक विश्लेषणों के मुताबिक अगले एक पखवाड़े में महामारी की तीसरी लहर अपने चरम पर हो सकती है। आर वैल्यू से संक्रमण के प्रसार की दर का पता चलता है। आर वैल्यू 1.57 का मतलब है कि एक संक्रमित व्यक्ति एक से अधिक लोगों में संक्रमण फैला रहा है। आर वैल्यू अगर एक से कम हो जाती है तो महामारी को खत्म मान लिया जाता है।

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सात से 13 जनवरी के बीच 2.2 और एक से छह जनवरी के दौरान यह चार

आइआइटी मद्रास द्वारा प्रेट्र के साथ साझा किए गए विश्लेषण के मुताबिक 14-21 जनवरी के बीच आर वैल्यू 1.57 दर्ज की गई। इससे पहले के हफ्ते यानी सात से 13 जनवरी के बीच यह 2.2, एक से छह जनवरी के बीच चार और 25-31 दिसंबर के बीच यह 2.9 थी। आइआइटी मद्रास के गणित विभाग में प्रोफेसर नीलेश एस उपाध्ये और प्रोफेसर एस सुंदर द्वारा यह प्रारंभिक विश्लेषण किया गया है।

चार महानगरों की आर वैल्यू

महानगर आर वैल्यू

दिल्ली- 0.98

मुंबई- 0.67

चेन्नई- 1.2

कोलकाता- 0.56

मुंबई-कोलकाता में गुजर गया चरम

आइआइटी मद्रास के गणित विभाग में ही सहायक प्रोफेसर डा. जयंत झा कहते हैं कि मुंबई और कोलकाता की आर वैल्यू से पता चलता है कि दोनों महानगरों में तीसरी लहरी की चरम अवस्था गुजर गई है और वहां महामारी स्थानिक बन गई है, जबकि दिल्ली और चेन्नई में यह एक के करीब है, मतलब दोनों महानगरों में अभी महामारी बनी हुई है।

नई गाइडलाइन से भी कम हुए संक्रमित

उन्होंने कहा कि इसकी एक मुख्य वजह यह हो सकती है कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) की नई गाइडलाइन के मुताबिक संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की तलाश की जरूरत खत्म हो गई है और इसके चलते कम संक्रमित मिल रहे हैं। नई गाइडलाइन के मुताबिक संक्रमितों के संपर्क में आने वाले लोगों को तब तक कोरोना जांच कराने की भी जरूरत नहीं है जब तक कि वो जोखिम वाले वर्ग से न आते हों यानी उनकी उम्र ज्यादा न हो और पहले से वो गंभीर रोगों से ग्रस्त न हों।

छह फरवरी तक तीसरी लहर का चरम

डा. झा ने कहा कि उन लोगों के विश्लेषण के मुताबिक देश में तीसरी लहर छह फरवरी तक अपने चरम पर हो सकती है। इससे पहले एक से 15 फरवरी के बीच तीसरे लहर के चरम पर पहुंचने की संभावना जताई गई थी।


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