जब कभी आएगा वायु प्रदूषण का संकट तो लॉकडाउन दिलाएगा निजात, वैज्ञानिकों ने दी सलाह
लॉकडाउन के कारण हवा में हुए बेहतरीन सुधार को देखते हुए वैज्ञानिकों ने सलाह दी है कि अब जब कभी वायु प्रदूषण की समस्या आती है तो उससे निजात दिलाने का कारगर उपाय लॉकडाउन ही होगा।
नई दिल्ली, प्रेट्र। लॉकडाउन के कुछ महीने पहले ही देश की राजधानी और उससे सटा इलाका हवा की गिरती क्वालिटी से पीड़ित था लेकिन इस महामारी के कारण सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन ने तो जादू सा कर दिया। हवा तो शुद्ध हुई ही साथ ही काला सा दिखने वाला यमुना का पानी निर्मल हो गया। हवा की गुणवत्ता में सुधार को देखते हुए वैज्ञानिकों ने सलाह दी है कि आगे भी प्रदूषण होने पर इस तरह के कदम उठाए जा सकते हैं।
कोविड-19 महामारी के कारण भारत समेत दुनिया भर में लागू लॉकडाउन ने देश में बहने वाली हवा की गुणवत्ता में सौ फीसद सुधार कर दिया।हर साल ठंड के मौसम में दिल्ली-एनसीआर गंभीर वायु प्रदूषण का सामना करने को मजबूर हो जाता है। 5 जून को पर्यावरण दिवस के मद्देनजर विशेषज्ञों ने पर्यावरण से जुड़े कई तथ्य जुटाए जिसमें उन सभी फैक्ट का जिक्र किया गया है जिसके कारण हवा, जल, और शोर आदि में भी प्रदूषण रुक गया है। दरअसल, लॉकडाउन में तमाम औद्योगिक काम काज और मानव गतिविधियां रुक गई और इसलिए प्रदूषण की समस्या हल हो गई।
24 मार्च को केंद्र सरकार ने देश भर में 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया था। इससे भारत में लोगों की गतिविधियों पर पाबंदी लग गई। उसके बाद से लॉकडाउन की अवधि बढ़ती गई और अब जाकर जून में गतिविधियों को फिर से शुरू करने की प्रक्रिया आरंभ हुई है।