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Covid 19 India Update: तीसरी लहर से बचाव के लिए अगले तीन महीने बेहद अहम, सरकार ने दी भीड़-भाड़ से बचने की दी सलाह

नवरात्र के साथ शुरू हो रहे त्योहारी सीजन को देखते हुए सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए अगले तीन महीने को अहम बताया है और लोगों से भीड़-भाड़ से बचने और कोरोना उचित व्यवहार के पालन का अनुरोध किया है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 07 Oct 2021 04:45 PM (IST)Updated: Thu, 07 Oct 2021 11:06 PM (IST)
Covid 19 India Update:  तीसरी लहर से बचाव के लिए अगले तीन महीने बेहद अहम, सरकार ने दी भीड़-भाड़ से बचने की दी सलाह
देश में कोरोना और टीकाकरण की स्थिति पर स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कांफ्रेंस में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। नवरात्र के साथ शुरू हो रहे त्योहारी सीजन को देखते हुए सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए अगले तीन महीने को अहम बताया है और लोगों से भीड़-भाड़ से बचने और कोरोना उचित व्यवहार के पालन का अनुरोध किया है। नीति आयोग के सदस्य और कोरोना टीकाकरण पर गठित उच्च स्तरीय टास्क फोर्स के प्रमुख डाक्टर वीके पाल के अनुसार 71 फीसद जनसंख्या को वैक्सीन की कम से कम एक डोज मिल जाने के बावजूद तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है।

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सरकार ने त्योहारों के दौरान कोरोना प्रोटोकाल का पालन करने और भीड़-भाड़ से बचने की दी सलाह

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने देश में कोरोना संक्रमण के मौजूदा आंकड़े पेश करते हुए कहा कि संक्रमण की स्थिति फिलहाल भले ही नियंत्रण में दिख रही हो, लेकिन जरा सी भी लापरवाही से यह बिगड़ सकती है। उन्होंने नवरात्र से लेकर 31 दिसंबर तक त्योहारों और उत्सवों की सूची देते हुए कहा कि इस दौरान लोगों के बड़ी संख्या में बाहर निकलने और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने की संभावना है। उन्होंने दुनिया के अन्य देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि बड़ी संख्या में टीकाकरण के बावजूद अनियंत्रित भीड़ के कारण वहां कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ा है। यदि त्योहारों के दौरान लोगों ने कोरोना उचित व्यवहार का पालन नहीं किया और भीड़-भाड़ वाले स्थानों से दूर नहीं रहे तो भारत में भी स्थिति बेकाबू हो सकती है।

34 जिलों में कोरोना संक्रमण की दर 10 फीसद से अधिक

लव अग्रवाल ने बताया कि किस तरह से देश में अब भी नौ राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के 34 जिलों में कोरोना संक्रमण की दर 10 फीसद से अधिक बनी हुई है, जबकि 12 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के 28 जिलों में यह पांच से 10 फीसद के बीच बनी हुई है। ध्यान देने की बात है कि जुलाई महीने में आइसीएमआर ने अक्टूबर से दिसंबर के बीच कोरोना की तीसरी लहर आने के आशंका जताई थी। लेकिन साथ ही यह भी साफ कर दिया था कि तीसरी लहर कोरोना की दूसरी लहर की तुलना में कमजोर होगी और यह टीकाकरण से लेकर वायरस में म्यूटेशन तक कई कारकों पर निर्भर करेगी।

71 फीसद से अधिक व्यस्क लोगों को एक डोज का टीकाकरण

डाक्टर वीके पाल के अनुसार पूरे देश में 28 हजार लेबोरेटरी में कोरोना वायरस के म्यूटेशन पर लगातार नजर रखी जा रही है, लेकिन अभी तक कोई ऐसा म्यूटेशन सामने नहीं आया है, जो डेल्टा म्यूटेशन की तुलना में अधिक संक्रामक हो। वैसे उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि म्यूटेशन और तीसरी लहर का इंतजार किए बिना सरकार अपनी तैयारियों में जुटी है और 71 फीसद से अधिक व्यस्क लोगों को एक डोज का टीकाकरण इसी का नतीजा है। उन्होंने बंगाल और झारखंड जैसे राज्यों से टीकाकरण में तेजी लाने की अपील की, जहां अभी वयस्क आबादी को पहली डोज 60 फीसद से कम लगी है।

तीसरी लहर के लिए प्रतिदिन 4.5 से पांच लाख नए मरीजों के इलाज की तैयारी पूरी

डाक्टर वीके पाल ने कहा कि दूसरी लहर से सीख लेते हुए सरकार तीसरी लहर से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। इसके तहत प्रतिदिन 4.5 से पांच लाख नए केस आने की स्थिति में लोगों को इलाज मुहैया कराने की पूरी तैयारी हो चुकी है। जबकि दूसरी लहर के दौरान लगभग चार लाख नए केस प्रतिदिन आ रहे थे। डाक्टर पाल ने विस्तार से बताया कि इसके लिए हर जिले में पर्याप्त आइसीयू, आक्सीजन और बेड का बंदोबस्त किया गया है। इसमें बच्चों के लिए बेड का भी प्रविधान किया गया है। इसके साथ ही देश के लगभग हर जिले में पीएसए प्लांट लगाए जा चुके हैं, ताकि दूसरी लहर की तरह आक्सीजन की कमी का सामना नहीं करना पड़े। हर जिले में कोरोना के इलाज में काम आने वाली दवाइयों का पर्याप्त स्टाक है और केंद्रीय स्तर से इसकी निगरानी की जा रही है।

ज्ञात हो कि बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना के 22,605 नए मामले सामने आए हैं। यह एक दिन में करीब 20 फीसदी का उछाल है। एक दिन पहले यानी बुधवार को कुल 18,833 नए मामले सामने आए थे। वहीं पिछले 24 घंटे में 315 लोगों की मौत हुई है। इस दौरान 24,611 लोग कोरोना संक्रमण से मुक्त भी हुए हैं। त्योहारी सीजन में भीड़भाड़ बढ़ने से इस संख्या में और इजाफा होने की आशंका है। इसे देखते हुए यूपी, महाराष्ट्र, गुजरात समेत कई राज्यों ने दिशा- निर्देश जारी किए हैं।

त्योहारों में राज्यों ने जारी सख्त गाइडलाइन

- महाराष्ट्र में गरबा कार्यक्रमों की अनुमति नहीं

- गुजरात में गरबा कार्यक्रमों के आयोजन की अनुमति

- भीड़ की सीमा को 400 लोगों तक सीमित किया

- यूपी में कार्यक्रम के दौरान अधिक लोग नहीं होने चाहिए

- कर्नाटक में सांस्कृतिक कार्यक्रम में भारी पुलिस सुरक्षा

- पश्चिम बंगाल के पंडालों में प्रवेश द्वार अलग-अलग होने चाहिए

- नागालैंड में पंडालों में सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक समय सीमित

उन्होंने कहा कि लक्षद्वीप, चंडीगढ़, गोवा, हिमाचल प्रदेश, अंडमान और निकोबार और सिक्किम ने अपनी 100 फीसद आबादी को टीके की पहली खुराक से टीका लगाया है।


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