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भारत को दिसंबर में मिलेगी सुरक्षा परिषद की अध्‍यक्षता, आतंकवाद का मुद्दा होगी प्राथमिकता

भारत को अगस्‍त 2021 के बाद दूसरी बार सुरक्षा परिषद की अध्‍यक्षता करने का मौका दिसंबर में मिलने वाला है। इस दौरान भारत आतंकवाद का मुद्दा जोर-शोर से उठाएगा। इसके लिए भारत ने पिछले कुछ माह में काफी तैयारी की है।

By Jagran NewsEdited By: Kamal VermaPublished: Sun, 27 Nov 2022 01:05 PM (IST)Updated: Sun, 27 Nov 2022 01:17 PM (IST)
भारत को दिसंबर में मिलेगी सुरक्षा परिषद की अध्‍यक्षता, आतंकवाद का मुद्दा होगी प्राथमिकता
UNSC में भारत जोर-शोर से उठाएगा आतंकवाद का मुद्दा

संयुक्‍त राष्‍ट्र (एजेंसी)। भारत को इस दिसंबर में एक माह के लिए संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद की अध्‍यक्षता मिल जाएगी। सुरक्षा परिषद में भारत का कार्यकाल गैर स्‍थायी सदस्‍य के रूप में दो वर्षों का है। सुरक्षा परिषद की अध्‍यक्षता के दौरान भारत की प्राथमिकता आतंकवाद के मुद्दे को जोर-शोर से उठाना होगा। बता दें कि यूएनएससी के नियमों के मुताबिक 15 सदस्‍यीय वाली सुरक्षा परिषद में अक्षर के आधार पर सभी को इसकी अध्‍यक्षता का अधिकार मिलता है। यूएनएससी में भारत की स्‍थायी प्रतिनिधि रूचिरा कंबोज का कहना है कि दिसंबर में मिलने वाली अध्‍यक्षता के दौरान आतंकवाद से निपटना उसकी सबसे बड़ी प्राथमिकता होगी। इस मुद्दे पर भारत ने पिछले दो माह में काफी कुछ काम किया है और सदस्‍यों के बीच इस विषय पर तालमेल बिठाया है।

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दिसंबर में खत्‍म हो रहा है भारत का कार्यकाल 

बता दें कि भारत 2021-2022 की सदस्‍यता इस वर्ष दिसंबर में समाप्‍त हो रही है। इससे पहले भारत को सुरक्षा परिषद की अध्‍यक्षता अगस्‍त 2021 में मिली थी। यूएनएससी की अध्‍यक्षा की कुर्सी पर इस बार भारत की पहली स्‍थायी महिला प्रतिनिधि बैठेंगी। गौरतलब हे कि सुरक्षा परिषद विश्‍व की सबसे ताकतवर संस्‍था माना जाता है। ऐसे में इसकी अध्‍यक्षता मिलना भारत के लिए बड़ी बात है। भारत ने पिछली बार भी इसकी अध्‍यक्षता मिलने पर आतंकवाद का मुद्दा जोर-शोर से उठाया था।

यूएनएससी में भारत का रुख स्‍पष्‍ट 

कंबोज का कहना है कि भारत का सुरक्षा परिषद को लेकर रुख हमेशा से ही बेहद साफ रहा है। भारत चाहता है कि सुरक्षा परिषद के स्‍थायी और अस्‍थायी सदस्‍यों की संख्‍या को बढ़ाया जाना चाहिए। भारत इस बात को कई मंचों पर दोहरा चुका है। सुरक्षा परिषद में भारत की स्‍थायी सदस्‍यता का समर्थन कई देशों ने किया भी है। भारत सुरक्षा परिषद में कई स्‍तरों पर सुधार चाहता है। 

जी-20 की अध्‍यक्षता 

भारत को 1 दिसंबर को ही जी-20 की भी अध्‍यक्षता हासिल हो जाएगी। इसके लिए केंद्रीय मंत्री एस जयशंकर न्‍यूयार्क जाएंगे और इसके तहत होने वाले सिग्‍नेचर इवेंट का हिस्‍सा बनेंगे। सुरक्षा परिषद में 14-15 दिसंबर काफी अहम हैं। 14 दिसंबर को संयुक्‍त राष्‍ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतेरेस और यूएन की जनरल असेंबली के 77वें सत्र के प्रमुख कसाबा कोरोसी भी इस दिन सुरक्षा परिषद की बैठक में हिस्‍सा लेंगे और सदस्‍यों को संबोधित भी करेंगे।

जनवरी 2021 में भारत बना था यूएनएससी का अस्‍थायी सदस्‍य 

सुरक्षा परिषद में भारत 1 जनवरी 2021 को अस्‍थायी सदस्‍य बना था। इस बार भारत दिसंबर में काउंटर टेररिज्‍म का मुद्दा जोर-शोर से उठाने के लिए तैयार है। इसके लिए भारत ने आठ बिंदुओं का एक एक्‍शन प्‍लान तैयार किया है। कंबोज का कहना है कि इस मुद्दे पर किसी भी तरह का तर्क देना सही नहीं है। आतंकवाद हर क्षेत्र में कड़ी निंदा करने का विषय है।  

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