अगर आप भी कराते हैं सिर मालिश तो संभल जाइए, ये खबर आपके लिए है
ना के अधिकारी और जवान अब कटिंग कराते (बाल कटाने) समय अपने सिर की मालिश नहीं करा सकेंगे। इस बारे में सेना के स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने एक सलाह जारी की है।
जागरण संवादाता, जयपुर। मालिश करवाना किसे पसंद नहीं है। हम जब थके रहते हैं तो जी चाहता है कि काश कोई पूरे बदन की मालिश कर दे। सर मालिश को लेकर ये ख्याल तो हमेशा से ही आता है। लेकिन इसकी खास तलब तब महसूस होती है जब हम किसी सलून में बाल कटवाने जाते हैं। अपनी बारी के इंतजार में आपने अक्सर सुना होगा कि कुर्सी पर बैठा व्यक्ति नाई से कहता है, भाई जरा सिर मालिश भी कर देना। तो अगर आप भी सिर मालिश के आदि हैं तो अब जरा संभाल जाइए। हम जो खबर बताने जा रहे हैं ये खबर आपके लिए है।
दरअसल, सेना के अधिकारी और जवान अब कटिंग कराते (बाल कटाने) समय अपने सिर की मालिश नहीं करा सकेंगे। इस बारे में सेना के स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने एक सलाह जारी की है। सेना के स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि मालिश के दौरान चेहरा पकड़ कर गर्दन को दाएं-बाएं झटका देकर घुमाया जाता है। झटकों से कई लोगों की गर्दन में दर्द रहने की शिकायतें सामने आई है। सेना में इस तरह के कई मामले सामने आए है। इनमें कई जवानों के गर्दन की हड्डी में छोटे क्रेक हो गए। कुछ मामलों में ऑपरेशन तक कराने पड़े है।
सेना के स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि गर्दन को जोर से झटका देने के दौरान इसकी मुख्य हड्डी के जोड़ प्रभावित होने का खतरा रहता है। इसके साथ ही जोड़ के आसपास स्थित मसल्स भी कमजोर हो रही है। इस कारण सर्वाइकल और इससे जुड़ी अन्य बीमारियों के मामले बढ़ रहे है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए सेना ने अपने सभी जवानों व अधिकारियों से बाल कटाने के दौरान किसी प्रकार की तेल मालिश या गर्दन के झटके से बचने के लिए सलाह जारी की है। सैनिकों के वेलफोयर समारोहों के दौरान सभी को इससे होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी जाएगी। राजस्थान के विभिन्न स्थानों पर सैन्य छावनियों में इस तरह की सलाह जारी की गई है। इसे लेकर सीमावर्ती इलाकों में विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
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