Coronavirus Vaccination in India: देश भर में अब तक वैक्सीन की 20.86 करोड़ डोज लगाई गईं
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार भारत ने अपने चल रहे COVID-19 टीकाकरण अभियान में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया। कोरोना वायरस टीकों की संख्या 20.86 करोड़ तक पहुंच गई।133वें दिन 2807411 डोज दी गईं।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान में देश में शुक्रवार की शाम सात बजे तक कुल 20.86 करोड़ डोज दी जा चुकी हैं। अभियान के 133वें दिन 2,80,7411 डोज दी गईं, जिसमें 25.99 लाख लाभार्थियों को पहली और 2.07 लाख लाभार्थियों को दी गईं दूसरी डोज शामिल हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि शुक्रवार को टीका लगवाने वाले लाभार्थियों में 18-44 आयुवर्ग के 13,36,309 लोग भी शामिल हैं। इसके अलावा लाभार्थियों में स्वास्थ्यकर्मी (एचसीडब्ल्यू), फ्रंटलाइन वर्कर्स (एफएलडब्ल्यू), 45-60 साल और 60 साल से अधिक उम्र के लोग शामिल हैं।
कोरोना से लड़ाई में भारत को सिंगापुर से मिल रही मदद
सिंगापुर में भारत के उच्चायुक्त पी. कुमारन ने कहा कि आक्सीजन और सिलेंडर समेत कोरोना महामारी से लड़ने में सहायक चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति में सिंगापुर बहुत ही उपयोगी साबित हो रहा है। सिंगापुर सरकार से यह जानकारी मिलती रहती है कि कौन मेडिकल उपकरण कहां मिलेगा और इसके लिए किससे संपर्क करने की जरूरत है। प्रेट्र
केन्या ने भारत को 12 टन खाद्य उत्पाद की मदद की
केन्या ने कोरोना राहत के रूप में भारत को 12 टन खाद्य उत्पाद दिए हैं। इसमें चाय, काफी और मूंगफली शामिल है, जिसका वहां बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है। केन्या ने इंडियन रेड क्रास सोसाइटी के जरिये यह मदद पहुंचाई है। महाराष्ट्र में खाद्य सामग्रियों के साथ इनका वितरण किया जाएगा।
कोरोना से लड़ाई में बाश इंडिया ने की मदद
वाहनों के कल-पुर्जे बनाने वाली कंपनी बाश इंडिया ने शुक्रवार को कहा कि उसने कोरोना महामारी की दूसरी लहर से लड़ने में मदद के लिए नीति आयोग को आठ करोड़ रुपये के चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराए हैं। इसमें 92 वेंटिलेटर, 438 आक्सीजन कंसंट्रेटर, 10 आक्सीजन सिलेंडर, फेस मास्क इत्यादि शामिल हैं।
कोरोना प्रभावित बच्चों की मदद करेगा वेदांतु
आनलाइन ट्यूशन प्रदाता प्लेटफार्म वेदांतु ने कहा कि उसने कोरोना महामारी से प्रभावित होने वाले करीब 12 हजार बच्चों की मदद के लिए 15 करोड़ रुपये का एक कोष गठित किया है। इसके जरिये इन बच्चों को आगे की मुफ्त पढ़ाई जारी रखने में मदद की जाएगी।