तंबाकू खाने, थूकने पर रोक लगाएं राज्य, कोरोना को रोकने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की अपील
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों से सार्वजनिक स्थानों पर चबाने वाले तंबाकू के इस्तेमाल और थूकने पर रोक लगाने को कहा है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों से सार्वजनिक स्थानों पर चबाने वाले तंबाकू के इस्तेमाल और थूकने पर रोक लगाने को कहा है। कोरोना वायरस इंसान से इंसान में फैलता है। थूक में छींक के कण जब हवा में जाते है, तो इसके संपर्क में आने पर दूसरे लोग संक्रमित हो सकते हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशाों के मुख्य सचिव को भेजे पत्र में कहा, 'गैर धूम्ररहित चबाने वाले तंबाकू, पान मसाला और सुपारी से शरीर में लार अधिक बनने लगती है और इससे थूकने की अत्याधिक इच्छा होती है। सार्वजिनक स्थानों पर थूकने से कोविड-19 के प्रसार में तेजी आ सकती है।' कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते खतरे के मद्देनजर भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा परिषद (आईसीएमआर) ने जनता से चबाने वाले तंबाकू के उत्पादों के सेवन से दूर रहने और सार्वजनिक स्थानों पर नहीं थूकने की अपील की है।
पत्र के मुताबिक, राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों के पास विभिन्न कानूनों के तहत कोविड-19 से निपटने के जरूरी अधिकार हैं। इसमें कहा गया, 'इसी पृष्ठभूमि में, यह अपील की जाती है कि सार्वजनिक रूप से चबाने वाले तंबाकू उत्पादों का उपयोग और थूकना प्रतिबंधित करने के लिए उचित कानून के तहत आवश्यक उपाय किए जा सकते हैं।' बिहार, झारखंड, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, हरियाणा, नागालैंड और असम जैसे कुछ राज्य कोविड-19 महामारी के दौरान पहले ही सार्वजनिक स्थानों पर चबाने वाले तंबाकू उत्पादों के इस्तेमाल और थूकने पर प्रतिबंध लगा चुके हैं।
गौरतलब है कि भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस (COVID19) के 1035 नए मामले सामने आए हैं और 40 मौतें हुई हैं। कोरोना वायरस के मामलों में भारत में यह अब तक की सबसे तेज बढ़त है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, देश में अब कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 7447 (6565 सक्रिय मामले, 643 ठीक/ डिस्चार्ज मामले और 239 मौत के मामलों को मिलाकर) हो गई है।